रेलवे स्टेशन जा रहे किसानों को पुलिस ने रोका, गहमागहमी
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा कृषि कानूनों को वापस लेने व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बर्खास्तगी की मांग
बहराइच : किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर पुलिस सतर्क रही। जरवलरोड में घाघराघाट रेलवे स्टेशन पर पैदल मार्च कर जा रहे किसानों को पुलिस ने रोक लिया। इससे काफी देर तक किसानों व पुलिस में गहमागहमी रही। मैलानी-नानपारा रेल प्रखंड पर संचालित होने वाली ट्रेनें स्थगित रहीं। इससे यात्रियों को साधन के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर सोमवार को किसानों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। कृषि वापस लेने व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बर्खास्तगी की मांग उठाई। रेलवे स्टेशन पुलिस छावनी में तब्दील रहा।
जरवलरोड : जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा के नेतृत्व में किसान घाघराघाट रेलवे स्टेशन पैदल मार्च कर जाने लगे। पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। किसानों ने चार सूत्री ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। जिलाध्यक्ष ने बताया कि सौंपे गए ज्ञापन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी को बर्खास्त कर जेल भेजने, लखीमपुर खीरी कांड में मृत किसानों को एक-एक करोड़ मुआवजा व उनके आश्रितों को नौकरी देने, भारत सरकार के पारित तीनों कृषि बिल वापस लेने, एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने की मांग शामिल है। उन्होंने बताया कि मांगे पूरी न होने तक किसानों का धरना-प्रदर्शन चलता रहेगा
नानपारा : किसान आंदोलन को देखते हुए मैलानी-नानपारा प्रखंड की ट्रेनें निरस्त कर दी गई। इससे यात्रियों के परेशानी उठानी पड़ी।
खुटेहना : तहसील पयागपुर के भाकियू टिकैत गुट के कार्यकर्ता रेल रोको आंदोलन में शामिल होने जिला मुख्यालय जा रहे थे। प्रभारी निरीक्षक पयागपुर हरेंद्र मिश्र ने पुलिस फोर्स के साथ समझा-बुझाकर कार्यकर्ताओं को वापस कर दिया। तहसील अध्यक्ष प्रमोद तिवारी को कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। ब्लाक अध्यक्ष रामकुमार वर्मा, संतोष जायसवाल, रामसंवारे पांडेय, गुड्डू मिश्र शामिल रहे।