वन नर्सरी से फूटेगा 1500 प्रवासियों के रोजगार का 'अंकुर'
गड्ढों की भी करेंगे खुदाई वन विभाग का मसौदा तैयार प्रदीप तिवारी बहराइच वन विभाग की
-गड्ढों की भी करेंगे खुदाई, वन विभाग का मसौदा तैयार
प्रदीप तिवारी, बहराइच : वन विभाग की नर्सरी में अब औषधीय व इमारती लकड़ियों के पौध से रोजगार का अंकुर फूटेगा।पौध उगाने से लेकर गड्ढा खुदाई तक में कोरोना काल में खाली हाथ गांव लौटे प्रवासियों के लिए रोजगार का रोडमैप तैयार किया गया है। इन नर्सरियों में लगभग 1500 प्रवासियों को रोजगार मुकम्मल होगा। जंगल से सटे गांवों में प्रवासियों का ब्योरा तैयार किया जा रहा है, जिन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
वैश्विक महामारी में रोजगार बड़ी चुनौती बनी है। खासकर दशकों से परदेश में रहने वाले बड़ी संख्या में प्रवासी अपने गांव लौटे हैं। इनके हाथ में रोजगार है न जेब में पैसा। सरकार प्रवासियों को आर्थिक मदद मुहैया कराने के साथ विभिन्न माध्यमों से रोजगार से जोड़ने की पहल कर रही है। इस पहल को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बहराइच वन प्रभाग ने योजना बनाई है। वर्ष 2020-21 में 80 लाख पौधारोपण होना है। इस पौध को तैयार करने में प्रवासियों की मदद ली जाएगी। 32 नर्सरियों में 1500 प्रवासियों को एक साथ रोजगार मिलेगा।
पौध उगाने व गड्ढा खोदाई के लिए अलग-अलग प्रवासी मजदूरों का चयन किया जाएगा, ताकि बेहतर काम हो सके। प्रवासियों के चयन के लिए प्रधानों की मदद ली जाएगी। वन महकमे के इस कदम से सरकार की मंशा परवान चढ़ेगी। इससे तराई में हरियाली के साथ प्रवासियों के घर खुशहाली भी आएगी।
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पहल पर अमल शुरू, थैला तैयार कर रहे प्रवासी
-हर रेंज की नर्सरियों में पौध उगाने के लिए थैला तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है। पॉलीथिन के थैले में मिट्टी भराई के लिए प्रवासी मजदूरों को लगाया गया है। वर्तमान में लगभग 100 लोग कार्य कर रहे हैं। गड्ढा खोदाई का भी काम शुरू हो गया है। 80 लाख पौध तैयार होना है। 32 नर्सरियों में पौध उगाए जाएंगे। पौध उगाने व गड्ढा खोदाई का कार्य जंगल से सटे गांवों के मजदूर ही करेंगे।
-मनीष कुमार सिंह, डीएफओ बहराइच