हल्की बारिश में उफना जाते नाले
बहराइच : जलभराव की समस्या को लेकर डीएम भले ही सख्त हों लेकिन उनके आदेश का शहर में
बहराइच : जलभराव की समस्या को लेकर डीएम भले ही सख्त हों लेकिन उनके आदेश का शहर में कोई असर नहीं दिख रहा है। डीएम के एक्शन पर भी नालों की सफाई व जलभराव की समस्या का निराकरण कराने के लिए कोई काम नहीं किया गया। हालत यह है कि शहर के नालों की दीवारें भारी बारिश के बीच टूटकर गिर रही हैं। पटरियां भी कट रही हैं। हल्की सी बारिश में नालियां और नाले उफना जाते हैं। मुख्य मार्गों पर पानी बहने लगता है। भारी बारिश में तो शहर की सड़कें तालाब बन जाती हैं। मूसलाधार हो रही बारिश में बहराइच को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना ही बह गया है।
शहर को सुविधाओं से लैस कराने के प्रयास के दावे की बेरहम मौसम ने कलई खोलकर रख दी है। इंद्र देव के प्रकोप के सामने व्यवस्था लाचार नजर आ रही है। जलभराव की समस्या को देखते हुए बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल ने घसियारीपुरा मुहल्ले का भ्रमण किया। लोगों को समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान डीएम भी मौजूद रहीं। इसके बाद शहर के निचले इलाकों में बसी आबादी में होने वाले जलभराव की समस्या पर डीएम माला श्रीवास्तव सख्त हुई। उन्होंने नगरपालिका की ओर से की जा रही लापरवाही की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम भी गठित की है। जांच में लापरवाही करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का दावा भी किया है। डीएम के इस आदेश के बाद भी नगरपालिका परिषद प्रशासन चेतने को तैयार नहीं है। शहर के नाले चोक हैं। सोमवार को हुई बारिश में इसकी कलई खुलती नजर आई। नगरपालिका के अधिकारी सफाई का दावा करते हैं, लेकिन नाले दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं। इंदिरा स्टेडियम से लेकर डिगिहा तिराहे तक हल्की सी बारिश में नाला उफना जाता है। घसियारीपुरा, बक्शीपुरा नई बस्ती, गुलामअलीपुरा, सलारगंज, माधवरेती, नौवागढ़ी समेत दर्जन भर मुहल्ले जलभराव की समस्या झेल रहे हैं। मानसून चौखट पर आने के बाद सफाई को लेकर महकमा सतर्क हुआ, लेकिन उसकी सतर्कता बेरहम मौसम के आगे फेल हो गई।