जलभराव के जंजाल से आजाद होगा शहर
जलभराव से जूझ रही शहर की तीन लाख आबादी के लिए खबर अच्छी है। हल्की बारिश मे
बहराइच : जलभराव से जूझ रही शहर की तीन लाख आबादी के लिए खबर अच्छी है। हल्की बारिश में बाढ़ जैसी पैदा हो रही समस्या से निजात के लिए दशकों पुरानी ड्रेनेज सिस्टम को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। तीन बड़े नालों का दायरा बढ़ेगा। ये नाले आरसीसी बनाए जाएंगे, जिससे दबाव पड़ने पर भी नाले ढहें न। छोटे नालों की भी मरम्मत कराई जाएगी। ड्रेनेज सिस्टम के मसौदे को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस पर पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
पांच फीट के बनेंगे आरसीसी नाले
अटल मिशन अमृत योजना के तहत नगर पालिका परिषद शहर के ड्रेनेज सिस्टम को संवारने के लिए गंभीर हुआ है। शहर में 31 वार्ड हैं। इनमें 32 हजार मकान बने हुए हैं। सिर्फ तीन फीट के तीन नाले हैं, जो 35 वर्ष पहले बनवाए गए थे। इनकी जलनिकासी की क्षमता 50 फीसद ही है। लिहाजा बारिश के दिनों में नाले उफना जाते हैं। इससे 95 फीसद मुहल्लों में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। लिहाजा तीनों नाले महानगरों की तर्ज पर आरसीसी में तब्दील किए जाएंगे। इनका आकार 15 एमएम किया जाएगा। इंजीनियरों की मानें तो इससे लगातार चार दिनों तक बारिश होने के बाद भी नाले उफनाएंगे नहीं। ईओ पवन कुमार ने बताया कि प्रस्ताव भेज दिया गया है। अगले माह से काम शुरू होने की उम्मीद है।
अनियोजित विकास बनी वजह
शहर में अनियोजित विकास ने नगर पालिका परिषद के सामने कई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कई ऐसे मुहल्ले हैं, जहां घरों से निकलने वाले गंदे पानी के लिए नालियां तक नहीं बनी हैं। यहां पानी खाली पड़े जगहों में ही जमा हो रहा है। इन मुहल्लों में नालियों के निर्माण को लेकर भी नपाप संजीदा हुआ है। ईओ ने बताया कि जल्द बजट आवंटन होने की उम्मीद है।
ये होंगे मुख्य कार्य
-आरसीसी बनाए जाएंगे तीन मुख्य नाले
-तीन जोन में बांटकर जलनिकासी का होगा उचित प्रबंध
-मुख्य नाले से जोड़ने के लिए छोटे नालों का होगा निर्माण
-कूड़े व कचरे से नालों को पटने से बचाने को लगेंगे ढक्कन