चपेट में आ रहे चिकित्सक व पुलिस कर्मी, तीन सीएचसी सील
जरूरतमंदों को चिकित्सकीय सेवाएं मुहैया कराना बनी चुनौती
संसू, बहराइच : तराई में तेजी से फैल रहे कोरोना के संक्रमण की चपेट में अब इलाज व देखभाल करने वाले चिकित्सा व पुलिसकर्मी भी आने लगे हैं। पिछले चार दिनों में एक दर्जन से अधिक कर्मी संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। तीन सीएचसी व एक थाना सील कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में जरूरतमंदों को चिकित्सकीय सेवाएं मुहैया करा पाना चुनौतीपूर्ण हो चुका है।
पयागपुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पयागपुर में कार्यरत महिला कर्मचारी की बुखार से हालत बिगड़ने पर कोरोना जांच कराया गया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सीएचसी को 48 घंटों के लिए बंद कर दिया गया। यहां से स्वास्थ्य सेवाएं पीएचसी पर शिफ्ट किया गया।
विशेश्वरगंज: सीएचसी अधीक्षक के कोरोना संक्रमित मिलने पर सीएचसी को भी सील कर दिया गया है। पूरे अस्पताल परिसर व वार्डों को सैनिटाइज कराया जा रहा है।
नानपारा : सीएचसी में फार्मासिस्ट, स्टॉफ नर्स व वार्ड समेत आठ के संक्रमित मिलने पर केंद्र को बंद कर दिया गया। जरवलरोड थानेदार व सिपाही के संक्रमित मिलने पर थाना भी बंद कर दिया गया। बाहर से कानून व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है। सीएचसी बंद होने से सर्वाधिक दिक्कतें प्रसूताओं को हो रही है। पीएचसी पर ओटी सही न होने से सिजेरियन ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है। ऐसी गर्भवती महिलाओं को जिला महिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है। यहां पहले से ही इतना दबाव है कि उन्हें इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।