लक्ष्मी मइया चली आओ पइयां-पइयां
टूटा अमावस के अंधेरे का दर्प रोशनी से नहाए गांव व शहर भगवान गणेश व लक्ष्मी की हुई पूजा-अर्चना सुख-समृद्धि व शांति के साथ की गई लोक कल्याण की कामना चित्र परिचय - 29 बीआरएच 13 14 15 16 17 1
जासं, बहराइच : अंधरे के दर्प को चूर-चूर कर दीपावली के अवसर पर चहुं ओर उजियारा फैला। भगवान गणेश व लक्ष्मी की पूजा- अर्चना हुई। सुख-समृद्धि व शांति की कामना के साथ लोक कल्याण की कामना की गई। आकाश में शानदार आतिशबाजी के नजारे दिखाए दिए। बच्चों ने जमकर पटाखे छोड़े।
रविवार को सुबह का सूरज निकलने के बाद घर- घर में दीपावली की उमंग का उल्लास दिखाई दे रहा था। दोपहर बाद पूजा की तैयारियों में घर की महिलाएं व पुरुष जुट गए। शाम होते ही भगवान गणेश व लक्ष्मी की पूजा-अर्चना घर- घर हुई। सुख-समृद्धि, वैभव व शांति की कामना की गई। पूजा कर दीए जलाए गए।
झालरों से सजा शहर व गांव में शानदार रोशनी बिखेरी गई। लोगों ने अपने घरों को आकर्षक झालरों से सजाया। कई रंगों से रंगी झालरें आकर्षक का केंद्र बिदु बनी रही। मोमबत्ती, दीए के साथ ही घर- घर में झालरों को सजाया गया था। महसी, कैसरंज, नानपारा, विशेश्वरगंज, पयागपुर, मिहीपुरवा, रुपईडीहा, नवाबगंज समेत पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ प्रकाश का पर्व दीपावली मनाया गया। लोगों ने मिठाई बांटकर एक दूसरे से खुशियां साझा की। बच्चों ने पटाखे दागकर खुशी का इजहार किया। दीपावली पर्व पर मंदिरों को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया। घर-घर में महिलाओं की ओर से रंगोलियां बनाई गईं। जिमीकंद(कांद) की बिक्री भी जमकर हुई, क्योंकि दीपावली के दिन कांद की सब्जी खाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। फूलों से महके घर
दीप पर्व पर फूलों की जमकर बिक्री हुई। घरों के अंदर पूजास्थल को फूलों से सजाया गया। गेंदा, गुलाब, व अन्य फूलों की लट बिक्री के लिए बाजारों में सजे रहे। फूलों की खरीदारी का बाजार भी गुलजार रहा। आतिशबाजी का रहा आकर्षण
पूजा के बाद लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। पटाखे, फुलझड़ियां, रॉकेट बम, अनार व चटाई व अन्य पटाखे दागे गए। पूरे शहर में दीवाली का नजारा देखते ही बनता था। धूमधाम से निकली विसर्जन यात्रा
रिसिया : कटिलिया में धूमधाम से लक्ष्मी-गणेश मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली गई। विश्रामघाट स्थित सरयू के तट पर विसर्जन किया गया। शशि प्रकाश, अनिल, संजय समेत अन्य मौजूद रहे।