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तराई में बरस रहा पाला, गलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त

बहराइच तराई में ठंड कहर ढा रही है। शनिवार को दोपहर बाद धूप तो खिली लेकिन ठंड से निजात नहीं मिली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Jan 2021 10:37 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jan 2021 10:37 PM (IST)
तराई में बरस रहा पाला, गलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त
तराई में बरस रहा पाला, गलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त

बहराइच : तराई में ठंड कहर ढा रही है। शनिवार को दोपहर बाद धूप तो खिली, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली। पछुआ हवा चलने से गलन बढ़ गई है। इसके चलते अलाव के किनारे समय काटने को लोग विवश हुए। कोहरे के साथ पाला गिरने से फसलों को नुकसान की आंशका बढ़ गई है। मौसम के बदले रुख से फसलों में रोग लगने के आसार से किसान चितित हैं।

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कृषि विज्ञान केंद्र बहराइच के प्रभारी अधिकारी डॉ. एमवी सिंह ने बताया कि नेपाल से बहराइच सटा हुआ है। पहाड़ों पर बर्फबारी होने व पछुआ हवाएं चलने से ठंड कम नहीं हो रही है। मौसम के बदलने से दिन का तापमान अधिकतम 17 डिग्री सेल्सियस व रात्रि में न्यूनतम पारा छह डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आगामी 24 घंटे तक आंशिक बादल छाए रहेंगे। सामान्य गति पछुआ हवा चलने से शीतलहर का प्रकोप होगा। अगले सप्ताह न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में और गिरावट होगी। कोहरा बना रहेगा।

उद्यान निरीक्षक आरके वर्मा ने बताया कि पाला गिरने से टमाटर एवं आलू की फसल में झुलसा रोग लगने की आशंका बढ़ गई है। किसानों को विज्ञानियों से सलाह लेकर जरूरी कदम उठाना चाहिए। इसके अलावा हरी सब्जियों एवं अन्य फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखा जा रहा है। गेहूं में दीमक से बचाव के लिए क्लोरोपायरी फास का प्रयोग करें। माहू दिखने पर सरसों के प्रारंभिक भाग को नष्ट कर दें। ---------------- समाजसेवी ने जरूरतमंदों को ओढ़ाया कंबल

ग्राम पंचायत भैंसहा निवासी डॉ. राजीव सिंह ने अपने स्वर्गीय माता-पिता के स्मृति में गुरुवार को कंबल वितरण का आयोजन किया। उन्होंने जरूरतमंदों को कंबल ओढ़ाया। कहा कि गरीबों की मदद करना उनके माता-पिता के जीवन का मकसद रहा। उनके वे आगे बढ़ा रहे हैं। सुधीर सिंह, नंदू सिंह, प्रदीप सिंह मौजूद रहे। ---------------- कड़ाके की ठंड में नहीं जले अलाव

चर्दा : इंडो-नेपाल बॉर्डर से सटे नवाबगंज ब्लॉक क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसके बावजूद अलाव के इंतजाम नहीं किए गए हैं। दैनिक मजदूर से लेकर राहगीरों, रिक्शा चालक, बस यात्रियों का यहां आवागमन बना रहता है। मनोज गुप्त, महेंद्र शर्मा, विनोद गुप्त, रईस अहमद ने प्रशासन से अलाव जलवाने की मांग की है।


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