Move to Jagran APP

बैंक में कर्मचारियों का टोटा, ग्राहक परेशान

पड़ता है। एकल विडो व्यवस्था होने से जमा-निकासी में भी ग्राहक परेशान रहते हैं। यहां आने वाले ग्राहकों को भीषण गर्मी में बैंक से बाहर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। जिससे ग्राहकों में रोष है। शाखा प्रबंधक दुजईराम ने बताया कि बैंक कर्मियों की कमी की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। ग्राहकों की सुविधाओं को देखते हुए अन्य सभी व्यवस्थाएं सुधारी जाएंगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 10:32 PM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 10:32 PM (IST)
बैंक में कर्मचारियों का टोटा, ग्राहक परेशान
बैंक में कर्मचारियों का टोटा, ग्राहक परेशान

संसू, रिसिया (बहराइच) भारतीय स्टेट बैंक शाखा रिसिया में अव्यवस्थाएं चरम पर हैं। कर्मचारियों की कमी के चलते ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बैंकिग कार्य से यहां आने वाले ग्राहकों को घंटों लाइन में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। यहां बैठने के लिए भी व्यवस्थाएं नहीं हैं।

loksabha election banner

बैंक शाखा में प्रिटर खराब होने के कारण पासबुक प्रिट कराने के लिए आने वाले ग्राहकों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। इसके अलावा बैंक कर्मियों की आवश्यकता से कम तैनाती होने के चलते ग्राहकों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। बैठने की व्यवस्था न होने से सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को हो रही है। बैंक परिसर में जमीन पर बैठ कर महिलाओं व अन्य ग्राहकों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। एकल विडो व्यवस्था होने से जमा-निकासी में भी ग्राहक परेशान रहते हैं। यहां आने वाले ग्राहकों को भीषण गर्मी में बैंक से बाहर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। जिससे ग्राहकों में रोष है। शाखा प्रबंधक दुजईराम ने बताया कि बैंक कर्मियों की कमी की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। ग्राहकों की सुविधाओं को देखते हुए अन्य सभी व्यवस्थाएं सुधारी जाएंगी।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.