बहराइच: गन्ने के खेत से तेंदुए का शावक बरामद, भेजा गया लखनऊ प्राणी उद्यान
तीन दिन का तेंदुए का एक शावक गन्ने के खेत से बरामद। लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी प्राणि उद्यान भेजा गया है।
बहराइच, जेएनएन। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के ककरहा रेंज से सटे गांवों में एक माह से तेंदुए का आतंक है। तेंदुआ अब तक बालिका समेत तीन लोगों को निवाला बना चुका है। इसके चलते वन विभाग तीन दिनों से दो हाथियों के साथ क्षेत्र की कांबिंग कर रहा है। कांबिंग के दौरान ललतूपुरवा गांव के निकट तेंदुए का एक शावक गन्ने के खेत से बरामद किया गया। इसके बाद उसे रेंज कार्यालय ले जाया गया। पकड़ा गया शावक तीन दिन का बताया जा रहा है। उसे लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी प्राणि उद्यान भेजा गया है।
ड्रोन कैमरे से निगहबानी
कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंज के गिरगिट्टी, मटियापुरवा, गूढ़, निबियागौढ़ी और मझरा आदि गांवों में एक माह से तेंदुए का आतंक है। इस दौरान तेंदुआ बालिका समेत तीन लोगों को निवाला बना चुका है। वन विभाग तेंदुए को पकड़ने के लिए गांवों के निकट पिंजड़ा व थर्मो सेंसर कैमरे लगाने के साथ ड्रोन कैमरे से निगहबानी कर रहा है। हथिनी जयमाला व चंपाकली के द्वारा कांबिंग तेज कर दी गई है।
वन क्षेत्राधिकरी मुहम्मद इरफान, डिप्टी रेंजर आरबी राव, वन रक्षक सुनील जायसवाल, अमर सिंह ,स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के एस आई सतेंद्र कुमार सहित एसटीएफ के जवान जब टीम के साथ कांबिंग करते हुए गिरगिट्टी गांव के ललतूपुरवा गांव के निकट छोटेलाल के गन्ने के खेत के पास पहुंचे। तभी गन्ने के अंदर से एक शावक मेड़ पर पहुंच गया। शावक को देखकर वनाधिकारियों ने टीम के साथ खेत को घेर कर खाबड़ की मदद से शावक को पकड़ लिया। हांका लगाना शुरू किया।
इस पर गांव के लोग भी दौड़े। खेत को खंगाला गया। वहां पर तेंदुआ व एक अन्य शावक की मौजूदगी के निशान मिले, लेकिन हांका लगने के चलते तेंदुआ अपने दूसरे शावक के साथ गन्ने के घने खेतों में चली गई। इससे उसे नहीं पकड़ा जा सका। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए मुर्तिहा कोतवाल श्याम लाल सरोज और मोतीपुर के एसओ हेमंत गौड़ को बुलाया गया है। गन्ने के खेत में छिपी मादा तेंदुआ और उसके दूसरे शावक को पकड़ने के लिए दुधवा नेशनल पार्क से डब्ल्यूटीआई की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई है। कोशिश है कि जाल लगाकर तेंदुआ व उसके शावक को काबू में किया जा सके। दुधवा के फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडेय ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली।