टपकती छत के नीचे कराया जा रहा प्रसव
झाड़-झंखाड़ के बीच अक्सर एएनएम सेंटर परिसर में टहलते दिख रहे तेंदुए
संसू, बिछिया(बहराइच) : ग्रामीण चिकित्सकीय सेवाओं के बेहतर होने का दावा भले किया जा रहा हो, लेकिन जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर गिरिजापुरी के सरयू नहर के पास स्थित एएनएम सेंटर बदहाली का शिकार है। यहां टपकती छत के नीचे प्रसूताओं का प्रसव कराया जा रहा है। चारों तरफ झाड़-झंखाड़ के बीच तेंदुए अक्सर घूमते रहते हैं तो सुरक्षा के नाम पर चहारदीवारी तक नहीं है।
मिहीपुरवा तहसील क्षेत्र के ग्राम चहलवा स्थित एएनएम सेंटर का निर्माण वर्ष 2010 में कराया गया था। मरम्मत के नाम पर सिर्फ बाहर से रंग-रोगन कर दिया गया है। अंदर हल्की हवा चलने पर प्लास्टर छूटकर गिर रहा है तो बारिश में छत टपकती है। बदहाल व्यवस्था के बीच जंगल से सटे गांवों की प्रसूताओं का सेंटर में प्रसव कराना एएनएम अंजनी सिंह की विवशता है। वे बताती हैं कि संसाधन के नाम पर बिजली तक नहीं है। बाउंड्रीवाल तो दूर चारों तरफ जंगली क्षेत्र होने के बावजूद साफ-सफाई की दरकार है। आए दिन जंगली जानवर परिसर में घूमते रहते हैं। कई बार उच्चाधिकारियों से चहारदीवारी व छत की मरम्मत के लिए शिकायत की गई, लेकिन सिर्फ आश्वासनों की घुट्टी पिलाई गई। सीएमओ डॉ.एसके सिंह ने बताया कि रंग-रोगन करा दिया गया है। मरम्मत के लिए भी प्रस्ताव तैयार कराया गया है।