52 दिन में 79 बच्चों की मौत
बहराइच : मौसमी बीमारियां मासूमों की ¨जदगियों को निगल रही हैं। जिला अस्पताल के 52 दिनों के
बहराइच : मौसमी बीमारियां मासूमों की ¨जदगियों को निगल रही हैं। जिला अस्पताल के 52 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2342 बच्चे विभिन्न बीमारियों से गंभीर होने पर भर्ती कराए गए। इनमें 79 बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में बुखार से 23, बर्थ एसफिक्सिया से 12, निमोनिया से 12, डायरिया से छह व सर्वाधिक सेप्टीसीमिया से 23 व अन्य बीमारियों से पीड़ित तीन बच्चों की मौतें हुई हैं। औसतन 49 बच्चे चिल्ड्रेन वार्ड में हर रोज भर्ती हो रहे हैं।
मौसम में हो रहे बदलाव का असर मासूमों की ¨जदगी पर भारी पड़ रहा है। जिला अस्पताल में हर दिन ¨जदगी की आस लेकर औसतन 49 पीड़ित बच्चे भर्ती हो रहे हैं। अगस्त से लेकर 22 सितंबर तक के इलाज को भर्ती हुए 2342 बच्चों के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। चिल्ड्रेन वार्ड प्रभारी डॉ. केके वर्मा का कहना है कि गंभीर हालत में बच्चे भर्ती हो रहे हैं। इनमें अधिकांश अचेतावस्था में आते हैं। 52 दिनों के भीतर 79 बच्चों की मौत हुई है। 125 बच्चों को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते मौसमी बीमारियों की चपेट में बच्चे आ रहे हैं। शुरूआत में बीमारी की अनदेखी करने के साथ झाड़-फूंक व झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराना मासूमों की ¨जदगी के लिए घातक साबित हो रहा है। समय रहते जिला अस्पताल इलाज के लिए अभिभावक पहुंचे तो बच्चों की जान सुरक्षित रहे। चार जिलों के पहुंच रहे रोगी
बहराइच : जिला अस्पताल में देवीपाटन मंडल के चारों जिलों के पीड़ित इलाज के लिए पहुंचते हैं। सीएमएस डॉ.डीके ¨सह का कहना है कि श्रावस्ती जिले के 70 फीसदी रोगी यहां आते हैं। अन्य जिलों से ट्रामा सेंटर रेफर किए गए रोगियों को भी यहां भर्ती कराया जाता है। उपलब्ध संसाधनों से बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है।