अब तक 82 रोगियों की जांच में सात डेंगू पॉजिटिव
बहराइच : तराई में मच्छरजनित बीमारियों का कहर थम नहीं रहा है। जिला अस्पताल में अब तक 8
बहराइच : तराई में मच्छरजनित बीमारियों का कहर थम नहीं रहा है। जिला अस्पताल में अब तक 82 संदिग्ध बाल रोगियों के सैंपलों की जांच कराई गई है। इनमें सात पीड़ित एईएस यानी एक्यूट इंसेफ्लाइटिस ¨सड्रोम के मिले हैं। चिल्ड्रेन वार्ड से लेकर पीआइसीयू पीड़ित रोगियों की कराह से गूंज रहा है। निजी हॉस्पिटल तो मच्छरजनित बीमारियों से पीड़ित बच्चों से भरे हुए हैं।
जिले में डेंगू, मलेरिया, एईएस जैसी मच्छरजनित जानलेवा बीमारियों की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। सिर्फ जिला अस्पताल के आंकड़ों पर नजर डालें तो हर दिन डेंगू व एईएस से पीड़ित संदिग्ध रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक माह में 82 बच्चों के सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। इनमें एलाइजा टेस्ट में सात सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। वर्तमान में चिल्ड्रेनवार्ड में पांच एईएस, दो डेंगू व कई बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित भर्ती हैं। इनमें पांच बच्चों की हालत गंभीर होने पर पीआइसीयू में शिफ्ट किया गया है। चिल्ड्रेनवार्ड प्रभारी डॉ. केके वर्मा का कहना है कि मच्छरजनित बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या घट रही है। सिर्फ छह बच्चे ही भर्ती हैं। संदिग्ध बच्चों की लगातार सैंपल जांच कराया जा रहा है। जांच के नाम पर हो रही लूट
जिला अस्पताल में इलाज व जांच की मुफ्त व्यवस्था है, लेकिन निजी अस्पतालों में इलाज के साथ जांच के नाम पर भी जमकर लूट हो रही है। डेंगू जांच के लिए पीड़ितों से पैथालॉजी संचालक 1000 से 1500 रुपये तक वसूल रहे हैं।