17 घंटे बाद डाक्टर ने आपरेशन कर निकाली युवक की कमर से गोली
जानलेवा हमले से घायल युवक को गोली लगे 17 घंटे बागपत और मेरठ के अस्पतालों के चक्कर लगाता रहा।
बागपत, जेएनएन। जानलेवा हमले से घायल युवक को गोली लगे 17 घंटे बागपत और मेरठ के अस्पतालों के स्वजन चक्कर लगाते रहे, लेकिन डाक्टरों ने युवक का सही उपचार नहीं किया। रविवार शाम करीब तीन बजे शहर के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने आपरेशन कर युवक की कमर से गोली निकाली। घायल युवक के आरोपित दो साले समेत तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बागपत के कोर्ट रोड की हनुमान मंदिर वाली गली निवासी युवक सद्दाम की कमर में शनिवार रात करीब 10.45 बजे गोली मार दी थी। वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्वजन उसको ठेली से सीएचसी पहुंचे थे। डाक्टर ने प्राथमिक उपचार कर मेरठ मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया था। स्वजन का कहना है कि रात करीब एक बजे मेरठ अस्पताल में सद्दाम को भर्ती कराया था, लेकिन रविवार सुबह नौ बजे तक डाक्टर ने सद्दाम की कमर में लगी गोली नहीं निकाली और न उनकी कोई सुनवाई की। सद्दाम को लेकर बागपत के जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन डाक्टर ने भर्ती नहीं किया। शाम करीब तीन बजे शहर के एक निजी अस्पताल में सद्दाम को भर्ती कराया। डाक्टर ने आपरेशन कर सद्दाम की कमर से गोली निकाली।
वहीं, सद्दाम के भाई प्रिस ठाकुर ने कोतवाली पर सद्दाम के दो साले इमरान और हारुण के अलावा इकबाल निवासीगण ग्राम जौला (मुजफ्फरनगर) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपित पक्ष के लोगों ने कोतवाली पहुंचकर पुलिस को बताया कि मुकदमा फर्जी दर्ज कराया गया है। उन्होंने केस की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उधर, विवेचक एसआइ गजेंद्र सिंह का कहना है कि प्रथम ²ष्टता मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। केस की विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की मौजूदगी में पथराव करने का आरोप
सद्दाम के पिता सलीम ने बताया कि हमले की घटना के बाद पुलिस उसको लेकर जौला गांव में आरोपितों के घर पर पहुंची। आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में उसके साथ हाथापाई की गई। कुछ लोगों ने पथराव भी किया। उसकी किसी तरह जान बची।