प्रतिभावान जायरा के सपनों को नहीं रौंदना चाहिए : कविता
दंगल व सीक्रेट सुपरस्टार जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के ऐलान पर जहां सोशल मीडिया पर तूफान उठा हुआ है और तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही है वहीं डब्ल्यूडब्ल्यूई की पहली भारतीय महिला रेसलर कविता दलाल ने इसे धर्म के नाम पर बनाया गया दबाव बताया।
बागपत, जेएनएन। दंगल व सीक्रेट सुपरस्टार जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के एलान पर जहां सोशल मीडिया पर तूफान उठा हुआ है और तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, वहीं डब्ल्यूडब्ल्यूई की पहली भारतीय महिला रेसलर कविता दलाल ने इसे धर्म के नाम पर बनाया गया दबाव बताया।
जिले के ग्राम बिजवाड़ा की बहू डब्ल्यूडब्ल्यूई की पहली भारतीय महिला रेसलर कविता दलाल बुधवार को नगर में पत्रकारों से मुखातिब हुईं। उन्होंने कहा कि जायरा एक प्रतिभावान अभिनेत्री है और बालीवुड की फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ चुकी है। फिल्म इंडस्ट्री में उनकी डिमांड तेजी से बढ़ी है। उसके सपनों को इस तरह नहीं रौंदना चाहिए। धर्म के नाम पर किसी की प्रतिभा को नहीं दबाया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार से यूपी के खिलाड़ियों को उचित फोरम दिलवाने की भी मांग की है।
गौरतलब है कि दंगल गर्ल जायरा वसीम ने 30 जून को बॉलीवुड छोड़ने का एलान कर सबको चौंका दिया था।