हजारों महिलाओं की स्वरोजगार करने की राह हुई आसान
जागरण संवाददाता, बागपत: राष्ट्रीय आजीविका मिशन महिला स्वरोजगार की राह आसान होने लगी है।
जागरण संवाददाता, बागपत: राष्ट्रीय आजीविका मिशन महिला स्वरोजगार की राह आसान होने लगी है। सीडीओ पीसी जायसवाल ने शनिवार को विकास भवन में महिला स्वयं सहायता समूहों को 1.25 करोड़ अनुदान बांटा। कहा कि आजीविका मिशन से अनुदान देने के पीछे मकसद महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है।
सीडीओ ने कहा कि महिलाओं को स्वयं सहायता समूह गठित कर पहले अपनी खून-पसीने की कमाई से कुछ बचत करनी चाहिए। आजीविका मिशन से शुरूआत में 15 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। तीन माह बाद 1.10 लाख रुपये सामुदायिक निवेश अनुदान मिलता है। स्वयं सहायता समूहों की पांच लाख रुपये की बैंक क्रेडिट लिंकेज कराई जाती है, ताकि जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल सकें।
डीडीओ हुबलाल ने कहा कि बागपत में काफी महिला स्वयं सहायता समूह स्वरोजगार में रफ्तार पकड़ गया है। कई महिला स्वयं सहायता समूहों का तो आज सालाना टर्न ओवर लाखों रुपये है। दस महिलाएं एकजुट होकर स्वयं सहायता समूह गठित कर आजीविका मिशन से अनुदान प्राप्त कर स्वरोजगार कर गरीबी उन्मूलन को मात दे सकती हैं। वहीं अनुदान मिलते ही महिलाओं की खुशी का कोई ठिकाना न रहा। वहीं स्वरोजगार में सफल रही महिलाओं ने गरीबी को मात देने की अपने संघर्ष की दास्तान भी सुनाई। कुल 177 स्वयं सहायता समूहों को उक्त अनुदान दिया गया जिससे 1770 महिलाएं लाभान्वित होंगी।