महिला स्वरोजगार में प्रदेश में बागपत की धूम
महिलाओं ने स्वावलंबन की डगर चल प्रदेश में बागपत का नाम रोशन किया।
-आत्मनिर्भर भारत-
-प्रदेश में बागपत का आया चौथा नंबर
-हापुड़ ने पहले स्थान पर दिखाया दम
जागरण संवाददाता, बागपत: महिलाओं ने स्वावलंबन की डगर चल प्रदेश में बागपत का नाम रोशन किया। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की रैंकिग में जनवरी में महिला स्वरोजगार में बागपत सूबे के टाप-5 जिलों में शामिल हो गया। हापुड़ को पहला स्थान मिला है। बागपत में करीब चार हजार महिलाओं ने स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत करने का काम किया है।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन की कसौटी पर बागपत ने जनवरी में 78.54 फीसदी अंक से चौथा स्थान हासिल कर अपनी स्थिति सुधारी है, क्योंकि दिसंबर 2020 में 9वां स्थान था। बागपत में 900 लक्ष्य के सापेक्ष के 419 नये महिला स्वयं सहायता संगठन का गठन हुआ है। वहीं 605 समूहों के बैंक खाते खुलवाने, 744 समूह को स्टार्टअप फंड दिया तथा 641 महिलाओं को क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण दिलाया गया।
वहीं 563 महिला समूहों को 15 हजार रुपये की दर से रिवाल्विग फंड व 1.10 लाख रुपये दर से 585 समूहों को निवेश निधि देकर तथा 514 समूहों को बैंकों से कर्ज दिलाकर महिलाओं के स्वरोजगार की राह आसान की। सुखद बात यह है कि 3915 महिलाओं ने स्वरोजगार करने लगी हैं।
बागपत में 12 समूहों ने कृषि टूल किट की व्यवस्था कर किसानों को कृषि यंत्र देने में रोजगार राह खोजने की मिसाल कायम की। 74 महिलाएं बिजली बिल वसूली करने में जुटी हैं। 244 महिलाओं का चयन कर बैंक मित्र के रूप में गांवों में पैसों की निकासी और जमा करने का काम करने की मिसाल कायम करेंगी। इन्होंने बैंक मित्र का प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। -------
इन्होंने बनाई मिसाल
गौरीपुर जवाहरनगर की मोनिका हवाई सफर सफर में यात्रियों को कोरोना से बचाने को पीपीई किट तैयार कराने को 150 महिलाओं को रोजगार दे रहीं हैं। सिघावली अहीर की महेंद्री डोना पत्तल बनवाकर दर्जनों घरों के चूल्हे जलवाने में जुटीं है। इनका कहना है कि महिलाओं को कमतर न आंका जाए।
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राष्ट्रीय आजीविका मिशन के निदेशक ने जनवरी की जो रेंकिग जारी की, उसमें बागपत को प्रदेश में चौथा स्थान मिला। हमारा प्रयास रहेगा कि मार्च तक प्रदेश मे बागपत को पहला स्थान मिले।
-ब्रजभूषण सिंह, उपायुक्त, आजीविका मिशन