जेल में शाम को छलकते हैं जाम, रात में घनघनाते हैं मोबाइल
जागरण संवाददाता,बागपत : मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद भी जेल में मोबाइल घनघनाने बंद नहीं हुए
जागरण संवाददाता,बागपत : मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद भी जेल में मोबाइल घनघनाने बंद नहीं हुए हैं। जमानत पर जेल से छूटकर आए एक युवक ने बताया कि वहां रात को ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल होता है। चे¨कग के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। मोबाइल मिलने पर उनको तोड़ दिया जाता है।
युवक ने बताया कि जेल में सब कुछ अव्यवस्थित है। कुख्यात अपराधियों का जेल में दबदबा है। जेल में सैकड़ों बंदियों के पास मोबाइल हैं। यह जरूर है कि बंदी दिन में कम और रात को ज्यादा बात करते है। कुख्यात शाम होते ही शराब पीना शुरू कर देते हैं। उनके पास अन्य नशीला पदार्थ भी पहुंच जाता है। कभी-कभी जेल स्टाफ चे¨कग करता है। यदि किसी के पास प्रतिबंधित सामान मिल जाता है तो कर्मचारी उसे जब्त कर देते हैं। पुलिस पिछले ढाई माह में 15-20 मोबाइल बंदियों के पास से बरामद कर चुकी है। तीन दिन पहले भी बंदियों के पास से मोबाइल बरामद हुए थे। जेल के सेफ्टी टैंक से भारी मात्रा में शराब की बोतलें बरामद हुई थी।
बजरंगी की हत्या के बाद बैरक में चले गए थे कई बंदी
बागपत: जेल से आए युवक ने बताया कि मुन्ना बजरंगी की हत्या करने के बाद कुख्यात सुनील राठी बैरक में चला गया था। वहां पर उसने अपने साथियों से करीब दस मिनट तक बात की। उसके बाद ही बाहर आया था।
होते रहते हैं लड़ाई-झगड़े
बागपत: जेल में बंदियों के बीच आए दिन गाली-गलौज लड़ाई-झगड़ा होता रहता है। बंदियों ने जेल में ही कट्टन तैयार कर रखे हैं। चे¨कग से पहले उन्हें जमीन में दबा दिया जाता है।