राशन की दुकानों में नहीं हो रहा कोरोना गाइड लाइन का पालन
साप्ताहिक लाकडाउन में राशन की दुकानों पर लंबी-लंबी कतारों में लोग खड़े दिखाई दिए।
बागपत, जेएनएन। साप्ताहिक लाकडाउन में राशन की दुकानों पर लंबी-लंबी कतारों में लोग खड़े दिखाई दिए। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन पूरी तरह ध्वस्त रही।
महीने में दो बार राशन मिलने की व्यवस्था होने के बावजूद राशन लेने वालों के बीच आपाधापी कम होने का नाम नहीं ले रही। इस सूरत-ए-हाल में कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए की गई साप्ताहिक लाकडाउन की व्यवस्था रस्मी ही साबित हो रही है। शनिवार को राशन की दुकानों पर लगी लंबी-लंबी लाइनें सभी व्यवस्थाओं को ठेंगा दिखाती नजर आई। शहर की घनश्याम गंज मंडी के सामने गली में सरकारी राशन की दुकान पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ जमा थी। इस दौरान न तो विक्रेता ने और न ही वहां गश्त कर गुजरते पुलिसकर्मियों ने उन्हें दो गज की दूरी का पाठ पढ़ाने की जहमत नहीं उठाई। यहां मौजूद भीड़ को देखकर कहीं से भी ऐसा नहीं लगा कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में जरा सी भी जागरूकता आई है। निर्माण की बाट जोह रही गुराना रोड गली नंबर छह
नगर पालिका परिषद के एरिया में आने वाली शहर की गुराना रोड गली नंबर छह पिछले 15 सालों से नहीं बनी है। स्थिति है कि यहां कई जगह से सड़क का नामो-निशान मिट चुका है। शिकायतों के बावजूद इस गली के निर्माण को कभी तवज्जो नहीं दी गई। इसको लेकर लोगों में रोष है।
सालों से इस गली का निर्माण न होने से नाली भी जगह-जगह से टूट चुकी है, जिससे रिसकर पानी लोगों के घरों की नींव में भर रहा है। बरसात में स्थिति और बदतर हो जाती है। यहां के मकानों में सीलन घर कर चुकी है और कई मकानों की दीवारों में दरार आई हुई है। रात्रि में यहां पैदल निकलता भी काफी मुश्किल रहता है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उनसे गृहकर, जलकर और अन्य टैक्स वसूले जा रहे हैं मगर उनकी गली के निर्माण को लेकर अधिकारियों का रवैया उदासीन रहता है और शिकायत करने पर हमेशा जल्द बनवाने का आश्वासन देकर टरका देते हैं। लोगों ने मामले की शिकायत डीएम से करने का निर्णय लिया है।