वेबिनार में वैज्ञानिकों के साथ जुड़े अध्यापक और छात्र
विज्ञान की बात अध्यापक के साथ विषय पर वैज्ञानिक डाक्टर रामकरण शर्मा की वेबिनार गोष्ठी में भाग लिया।
बागपत, जेएनएन। विज्ञान की बात, अध्यापक के साथ विषय पर वैज्ञानिक डाक्टर रामकरण शर्मा की वेबिनार हुई। वेबिनार में सौ से ज्यादा स्कूलों के अध्यापक जुड़े।
इस दौरान सउदी अरब की इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी किग अब्दुल्ला विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक डाक्टर रामकरण शर्मा ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापक और छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और विज्ञान के बारे में जागरूक करने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा। वैज्ञानिक डाक्टर संजीव कुमार श्रीवास्तव, राष्ट्रीय समन्वयक, भारतीय विज्ञान संस्थान के नैनो साइंस और इंजीनियरिग विभाग में कार्यरत डाक्टर उपदेश वर्मा ने बताया कि यदि भारत को सच्चे मायने में आत्मनिर्भर बनाना है तो शुरूआती पढ़ाई में बच्चों में वैज्ञानिक सोच को पैदा करना होगा।
प्राथमिक विद्यालयों में इसके लिए
काम करने की आवश्यकता है। विद्यालयों में नई-नई चीजें, उनके पढ़ने पढ़ाने के तौर-तरीके में बदलाव आदि लाया जाए। इस दौरान वैज्ञानिकों ने बच्चों के सवालों के सरल जवाब दिए। उधर, इस दौरान डिप्टी जेलर के पद पर चयनित सिलाना की बेटी अंशु मलिक भी वेबिनार का हिस्सा बनी। अंशु ने कहा कि बेटियों किसी क्षेत्र में कम नहीं रह गई है। सेमिनार में छात्रों ने किया आसनों का प्रदर्शन
दिगंबर जैन कालेज के अंग्रेजी विभाग में योग का जीवन में महत्व विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में एमए के छात्रों ने विभिन्न आसनों का प्रदर्शन भी किया।
कालेज के प्राचार्य डा. वीरेंद्र सिंह, डा. रुचि गुप्ता ने कहा कि योग शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। एमए तृतीय सेमेस्टर के छात्र दक्ष आर्य व एमए प्रथम सेमेस्टर के छात्र निशांत ने सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, भुजंगासन, मयूरासन का प्रदर्शन किया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा. भारती त्यागी, डा. अंशु उज्ज्वल, डा. आंचल जैन, डा. ममता, डा. सुनीता आदि का सहयोग रहा।