न्यायालय की देखरेख में हो सीबीसीआइडी की जांच
कर्मवीर का पिछले दिनों बागपत से गाजियाबाद की डासना जेल में ट्रांसफर कर दिया गया था। बुधवार को पुलिस उसको बागपत अदालत में कड़ी सुरक्षा में पेशी पर लेकर पहुंची।
बागपत : खेकड़ा डबल मर्डर के आरोपित कर्मवीर ने अदालत में पेशी कर लौटते समय कहा कि उसको साजिश के तहत केस में फंसाया गया है। उसकी मांग है कि केस की जांच सीबीआई करे। फिलहाल सीबीसीआईडी जांच कर रही है। उसकी सात दिन से चल रही भूख हड़ताल भी जारी है।
कर्मवीर का पिछले दिनों बागपत से गाजियाबाद की डासना जेल में ट्रांसफर कर दिया गया था। बुधवार को पुलिस उसको बागपत अदालत में कड़ी सुरक्षा में पेशी पर लेकर पहुंची। वापस जाते समय कर्मवीर ने कहा कि शासन के आदेश पर नहीं, बल्कि मानवाधिकार आयोग के आदेश पर सीबीसीआईडी ने केस की जांच शुरु की है। वो चाहता है कि केस की सीबीआई जांच हो। यदि सीबीसीआईडी द्वारा ही जांच कराई जा रही है तो यह न्यायालय की देखरेख में हो इसके लिए वह 13 सितंबर से जेल में भूख हड़ताल पर है। अपने खर्चे पर नार्को टेस्ट कराने को तैयार सभी आरोपित
बागपत: कर्मवीर के परिजनों का कहना है कि वे चाहते हैं हत्या करने वाले सलाखों के पीछे पहुंचे तथा जो निर्दोष है उनको राहत मिले। इसके लिए नामजद सभी आरोपित अपने खर्चे पर नार्को टेस्ट कराने के लिए भी तैयार हैं। कर्मवीर की पत्नी ने भी शुरु किया क्रमिक अनशन
बागपत: सुनवाई न होने व पति की जेल में डॉक्टर द्वारा देखरेख न किए जाने की स्थित में बबीता पत्नी कर्मवीर ने बुधवार से घर पर ही क्रमिक अनशन शुरु कर दिया है। हालांकि कर्मवीर ने कहा कि फिलहाल वह अकेला ही भूख हड़ताल पर है। यह है मामला
बागपत: खेकड़ा कस्बा में 19 फरवरी 2017 की रात करीब आठ बजे पूर्व चेयरपर्सन नीलम धामा के देवर पुष्पेंद्र के अलावा बाशिद (पुष्पेंद्र के दोस्त) की हत्या कर दी गई थी। पुष्पेंद्र के भाई सुरेंद्र ने कस्बे के ही तीन भाई कर्मवीर, सहदेव, जयवीर के अलावा रोहताश, रामकुमार, रोहन, परवेंद्र व दो अज्ञात पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। नामजद आरोपित जेल में बंद है। केस अदालत में केस विचाराधीन है। चुनावी रंजिश में हो चुकी है पांच हत्या
खेकड़ा नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए नीलम धामा व कर्मवीर धामा पक्ष में रंजिश चल रही है। पांच लोगों की जान जा चुकी है। 10 नवंबर 2009 को नीलम के पति चेयरमैन हरेंद्र धामा की हत्या की गई थी। वर्ष 2010 में कर्मवीर के पिता एवं गांधी विद्या इंटर कालेज के प्रबंधक चौधरी रामपाल ¨सह की हत्या की गई। इसी पक्ष के भूपेंद्र ¨सह की 18 जनवरी 2014 को हत्या हुई। 19 फरवरी 2017 को पुष्पेंद्र व बाशिद की हत्या की गई थी।