Baghpat: महापंचायत को लेकर दिल्ली जाने वाली दो ट्रेनें रद्द, यात्री हुए परेशान, किसान नेताओं को पुलिस ने रोका
Baghpat News महापंचायत को लेकर दिल्ली जाने वाली दो ट्रेनें रद्द। रेलवे स्टेशनों पर पुलिस तैनात।पंचायत में जाने वाले लोगों पर रखी जा रही निगाह। कासिमपुर खेडी गांव की सृष्टि खुद ट्रैक्टर चलाकर महिलाओ के साथ दिल्ली कूच कर रही थी। उसे महिला पुलिस ने समझकर वापस किया।
बागपत, जागरण टीम। दिल्ली में जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने प्रदर्शन के बीच रविवार को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा बुलाई गई महापंचायत को लेकर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। जिले से सैकड़ों की संख्या में संगठन के नेता व किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। इसके मद्देनजर सुबह दिल्ली जाने वाली 2 ट्रेनों को रद्द किया गया है जिसके बाद स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई है।
दो ट्रेन रद्द होने से यात्री परेशान
सहारनपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 01622 व शामली से दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 04466 को रद्द किया गया है। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बड़ौत रेलवे स्टेशन के अलावा कासिमपुर खेड़ी रेलवे स्टेशन पर भी पुलिस मुस्तैद है। यहां पर दिल्ली जाने वाले यात्रियों पर पैनी निगाह रखी जा रही है। रेलवे पुलिस यात्रियों से पूछताछ कर यह तस्दीक कर रही है कि कहीं वह पंचायत में शामिल होने तो नहीं जा रहे हैं । वहीं दूसरी ओर ट्रेनें रद्द होने से आम यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क मार्ग का लिया सहारा
घंटों तक यात्री दिल्ली जाने वाली ट्रेन के इंतजार में स्टेशन पर खड़े दिखाई दिए। इसके अलावा काफी संख्या में दैनिक यात्री सड़क मार्ग से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए । उधर, कासिमपुर खेड़ी से पहलवानों के समर्थन में गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना होते समय किशनपुर बराल स्टैंड पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की नोकझोंक हुई। बाद में एसडीएम व सीओ ने मान मनौवल के बाद उनको वापस भेज दिया।
महिला कार्यकर्ताओं को रोका
कासिमपुर खेड़ी गांव से किसान यूनियन के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता महिलाओं सहित किशनपुर बराल स्टैंड पर नारेबाजी करते हुए पहुंचे। यहां पहले से मौजूद पुलिस ने उन्हें रोक लिया। कार्यकर्ताओं व पुलिस की नोकझोंक हुई। मौके पर पहुंचे एसडीएम सुभाष सिंह व सीओ सवि रतन ने कार्यकर्ताओं को समझाया। तब जाकर कार्यकर्ता हाइवे पर सांकेतिक जाम लगाकर वापस घर चले गये।