तूफान और बारिश ने ले ली दो लोगों की जान, भारी नुकसान
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत) : तूफान और बारिश ने गुरुवार की रात महिला समेत दो की जान
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत) : तूफान और बारिश ने गुरुवार की रात महिला समेत दो की जान ले ली। यह हादसे खपराना और हिलवाड़ी गांव में हुए। वाजिदपुर में तीन गायों की मौत हो गई। क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से ज्यादा मकानों की दीवार, छत और मकान गिर गए। इसके अलावा क्षेत्र में विद्युत पोल लाइन के साथ क्षतिग्रस्त हो गए। फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
हिलवाड़ी गांव में बागपत नगर स्थित माता कालोनी निवासी लगभग 55 वर्षीय नूरजहां पत्नी मजीद पिछले दो माह से अपने दामाद इंतजार के घर रह रही थी। इंतजार ने बताया कि मकान पर पेड़ गिर गया। मकान के मलबे में दबने से उसकी सास नूरजहां की मौत हो गई। शव को दफना दिया गया। वाजिदपुर गांव में नीरज के मकान पर पेड़ गिर गया, जिससे मकान का मलबा गिर जाने से तीन गायों की मौत हो गई। उधर, खपराना गांव निवासी लगभग 40 वर्षीय मनोज पुत्र सतपाल रात में खेत पर गया था। मौसम खराब होने पर वह घर लौटने लगा तो आबादी के पास बिजली की गर्जना हुई, जिससे बचने के प्रयास में वह रास्ते के किनारे एक मकान की दीवार से टकराकर गंभीर घायल हो गया। जानकारी होने पर परिजन उसे सीएचसी पर ले गए। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास दो बीघा भूमि थी। मनोज की मौत से उसकी पत्नी सुशीला आदि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दाहा क्षेत्र में बारिश में कस्बा दोघट निवासी सतीश का कच्चा मकान गिर गया, जिसके मलबे में अलमारी, बैड, अनाज आदि दबकर नष्ट हो गया। टीकरी कस्बे में शौकीन के मकान की छत की तीन कड़ी टूटकर गिरने से मकान में सो रही महिला मोहसीना घायल हो गई। इसके अलावा ओलावृष्टि से सरसों की फसलों का नुकसान हुआ। फसलें भी लोटपोट हो गई। दौराला, किनौनी, भैसाना, खतौली आदि गन्ना मिलों के क्रय केंद्रों पर पानी भरने से तौल बंद रही। बड़ौत क्षेत्र में जगह-जगह बिजली की लाइन टूटी रही। सड़क किनारे पेड़ टूटकर गिर गए, जिससे मार्गो पर जाम की स्थिति बनी रही। कई दर्जन गांवों में विद्युत व्यवस्था भी चरमराई हुई है।
इन्होंने कहा..
हिलवाड़ी गांव में महिला की मौत मकान पर पेड़ गिरने से हुई है, लेकिन परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है। खपरना में मनोज की मौत बाइक पर हादसे में हुई है, इसलिए आर्थिक मदद नहीं मिलेगी। वाजिदपुर गांव में तीन गायों की मौत मकान के मलबे में दबने से हुई है। इसलिए दैवीय आपदा कोष से आर्थिक मदद की जाएगी। नुकसान का आंकलन करने के लेखपालों को निर्देश दिए गए हैं।