लगता है, यहां कोई नियम- कानून नहीं, सिर्फ मनमर्जी
बागपत के शहर और कस्बों की हालत देखकर लगता है कि यहां पर कोई नियम और कानून नहीं है सिर्फ लोगों की मनमर्जी चलती है। पुलिस के सामने ही नो पार्किंग जोन में वाहनों की कतारें लगी रहती है।
बागपत, जेएनएन। बागपत के शहर और कस्बों की हालत देखकर लगता है कि यहां पर कोई नियम और कानून नहीं है, सिर्फ लोगों की मनमर्जी चलती है। पुलिस के सामने ही नो पार्किंग जोन में वाहनों की कतारें लगी रहती हैं। किसी को देखना है तो राष्ट्रवंदना चौक पर आकर देख लो। बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश होता है। कहीं डिवाइडर है तो कहीं पर नहीं तथा कई स्थानों पर डिवाइडर जर्जर हालत में हैं। युवक बाइकों पर स्टंट कर तेज रफ्तार में चलते हैं। सड़कों पर लोग मवेशियों को बांध रहे हैं। यही सब कोहरे और अंधेरे में हादसे का कारण बन जाते है। डेढ़ माह पूर्व नगर के राष्ट्र वंदना चौक पर ही बाइक पर सवार दिल्ली के एक युवक और युवती को ट्रक ने कुचल दिया था। जिनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। शहर और कस्बों की सड़कों पर खूब हादसे होते हैं, इसको लेकर न तो पुलिस ही गंभीर है और न ही नगर पालिका और नगर पंचायत। कोतवाली के सामने लगा रहता है जाम
नगर की कोतवाली के सामने ही दिनभर जाम लगा रहता है। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वाहनों को पहले निकालने की होड़ में कई बार दुर्घटना हो जाती है। तीन पालिका और पांच हैं नगर पंचायत
जनपद में बागपत, बड़ौत और खेकड़ा नगर पालिका है और छपरौली, दोघट, टीकरी, अमीनगर सराय, अग्रवाल मंडी टटीरी नगर पंचायत की श्रेणी में है। हाल लगभग सभी के समान हैं, लेकिन बड़ौत, बागपत, अग्रवाल मंडी टटीरी और खेकड़ा के ज्यादा बहुत बुरे है। लोगों को वाहनों से तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल रहता है। दुकानों ने कर रखा है अतिक्रमण
दुकानदारों, ठेलीवालों आदि ने बाजारों की सड़कों पर अतिक्रमण कर रखा है। अफसरों के अभियान का असर कुछ घंटों में ही खत्म हो जाता है। हालत है कि नगर के बाजारों में चलना भी मुश्किल रहता है। जर्जर सड़क हादसों की वजह
शहर और कस्बों की कई सड़कें जर्जर हालत में है। कोहरे के समय ज्यादातर दोपहियां वाहनों का संतुलन बिगड़ जाता है और हादसा हो जाता है। अभियान चलाकर की जाती है कार्रवाई : एएसपी
एएसपी अनिल सिंह सिसौदिया का कहना है कि पुलिस द्वारा समय-समय पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है। सड़क दुर्घटनाएं न हो, इसके लिए वाहन चालकों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है।