खादर में पैमाइश को पहुंची राजस्व की टीम बैरंग लौटी
फसल उजाड़ने के मामले में शुक्रवार को राजस्व विभाग की टीम भूमि की पैमाइश की।
बागपत, जेएनएन। फसल उजाड़ने के मामले में शुक्रवार को राजस्व विभाग की टीम भूमि की पैमाइश करने के लिए खादर में पहुंची। इसका कुछ लोगों ने विरोध किया। झगड़े की आशंका देख टीम बगैर पैमाइश के ही वापस लौट गई।
ग्राम नंगला बहलोलपुर के पीड़ित किसान सुनील यादव आदि ने बताया कि 18 जुलाई को गांव के कई किसानों की करीब 25 एकड़ भूमि पर खड़ी ज्वार, बाजरा व गन्ने की फसल को ट्रैक्टर चलाकर उजाड़ दिया गया था। उनकी शिकायत पर शुक्रवार को सोनीपत की राजस्व की टीम भूमि की मशीन से पैमाइश करने के लिए खादर में पहुंची। इसका नंगला बहलोलपुर और सोनीपत के ग्राम खुर्रमपुर के कुछ लोगों ने विरोध किया। समझाने के बाद भी उक्त लोग नहीं माने और आरोपित झगड़े पर उतारू हो गए थे। झगड़ा न हो जाए, इसी कारण राजस्व की टीम वापस लौट गई। बाद में पीड़ित किसानों ने सोनीपत पहुंचकर अफसरों को पूरे मामले से अवगत कराया। अधिकारियों ने उनको भरोसा दिया कि जल्द ही पुलिस की मौजूदगी में खादर की भूमि की पैमाइश कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। किसान एप पर गंवा बैठा 49 हजार रुपये
भड़ल गांव के रहने वाले अंकित राणा पुत्र सुरेश ने बताया कि उसके एक दोस्त को अपनी भैंस बेचनी थी। दोस्त के कहने पर उसने भैंस बेचने संबंधी जानकारी किसान ऐप पर डाल दी, जिसके बाद उसके पास एक व्यक्ति का ग्राहक बनकर फोन आया कि वह उसकी भैंस खरीद लेगा। सौदेबाजी होने के बाद 1.70 लाख रुपए में मोबाइल पर ही भैंस का सौदा हो गया। उधर से आरोपित ने अंकित से उसका बैंक खाता नंबर पूछकर पहले उसमें एक रुपया भेजा, जो अंकित ने रिसीव कर लिया। इसके बाद आरोपित ने 10 हजार रुपए बतौर पेशगी भेजे, लेकिन जैसे ही अंकित ने रिसीव किए तो वापस धनराशि आरोपित के खाते में ही चली गई। उसके बाद आरोपित ने अंकित के खाते से 49 हजार रुपये निकाल लिए। अंकित ने एसपी को शिकायती पत्र भेजकर रुपये वापस दिलाने की मांग की है।