शिक्षक बनने का सपना फिर हो सकता है चकनाचूर
शिक्षक बनने का सपना फिर चकनाचूर होता नजर आ रहा है। अभ्यर्थियों के अंकों में गड़बड़ी के चलते अभ्यर्थियों की नियुक्तियां निरस्त हो सकती है। दिनभर बीएसए कार्यालय में चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों की जांच चलती रही। अब देखना होगा की जिले में कितने अभ्यर्थियों को स्कूलों का आवंटन होगा।
बागपत, जेएनएन। शिक्षक बनने का सपना फिर चकनाचूर होता नजर आ रहा है। अभ्यर्थियों के अंकों में गड़बड़ी के चलते अभ्यर्थियों की नियुक्तियां निरस्त हो सकती है। दिनभर बीएसए कार्यालय में चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों की जांच चलती रही। अब देखना होगा की जिले में कितने अभ्यर्थियों को स्कूलों का आवंटन होगा।
जिले में शासन के आदेश पर 98 सहायक अध्यापकों को काउंसिलिग कराई गई थी। जिसमें 85 अभ्यर्थियों की काउंसिलिग हुई। 78 को नियुक्ति पत्र कार्यक्रम के दौरान दिए गए थे। बाकी के अभिलेखों में गड़बड़ी और दूसरे प्रदेश के होने एवं काउंसिलिग न पहुंच सके थे। अब 78 अध्यापकों की नियुक्तियां अधर में लटक सकती है। आनलाइन और आफ लाइन मार्कशीट की वजह से चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर अड़चन लग रही है। शासन के आदेश पर मंगलवार को बेसिक कार्यालय चयन एवं नियुक्ति समिति की बैठक के बाद अभ्यर्थियों के अभिलेखों की जांच शुरू की गई जो देर रात तक चलती रही। दोबारा अभिलेखों की जांच हुई थी चयनित अभ्यर्थियों के माथे पर पसीने आने शुरू हो गए है। अभ्यर्थियों द्वारा कर्मचारी और अफसरों से इस प्रक्रिया के बारे में जानकारी जुटाते रहे। 2018 में हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान एक प्रश्न को लेकर पूरी नियुक्तियां अधर में लटकती नजर आ रही है। कुछ ही अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित होंगे जिनके अंकों शासन द्वारा जारी हुई मार्कशीट के अनुसार होंगे। बीएसए राघवेंद्र सिंह ने कहा कि शासन के आदेशानुसार अभ्यर्थियों की अभिलेखों की जांच की जा रही है। जब तक सभी अभिलेख की जांच नहीं हो जाती है जब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है। शासन के आदेशों के अनुसार ही अगली कार्रवाई की जाएगी।