बागपत जेल में मर्डर और टीकरी कस्बे में खामोशी
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): बागपत जेल में नौ जुलाई की सुबह कुख्यात सुनील राठी ने माफिया
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): बागपत जेल में नौ जुलाई की सुबह कुख्यात सुनील राठी ने माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी का कत्ल कर दहशत फैला दी। घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी टीकरी कस्बे का एक भी व्यक्ति जेल में हुई वारदात के बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सुनील राठी टीकरी कस्बे का ही रहने वाला है और उसके घर आजकल नौकर रह रहा है। गली-चौराहों पर वैसे तो लोग कई तरह की चर्चाएं करते नजर आ जाएंगे, लेकिन जब उनसे बागपत जेल में सुनील राठी के हाथों मारे गए मुन्ना बजरंगी के बारे में कुछ पूछो तो कोई नहीं बोलता। जेल की घटना का जिक्र आते ही लोग अपने घरों का रास्ता नापने लगते हैं।
नौ जुलाई की सुबह जब टीकरी में मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की खबर पहुंची तो लोगों की जुबान पर जेल की घटना ही थी, लेकिन जब यह पता चला कि माफिया डॉन को तो सुनील राठी ने ही ढेर कर दिया है तो कस्बे में सबकी जुबान खामोश होती चली गई। खुफिया विभाग भी टीकरी पहुंचा, लेकिन लोगों ने खुफिया विभाग को भी कोई रास्ता नहीं दिया। गौरतलब है कि कई साल पहले सुनील राठी और सोमपाल राठी के बीच चली रंजिश में कई लोग मारे गए थे, जिनमें सुनील राठी का नाम ही प्रकाश में आया था और दोहरे हत्याकांड में सुनील राठी आजीवन कारावास काट रहा है और कई माह से बागपत जेल आया हुआ है।
अब जागे जेल अधिकारी, बढ़ाया स्टाफ
जेल में माफिया डॉन की हत्या हो जाने के बाद जेल अधिकारियों को अब बागपत जेल में स्टाफ कम होने की याद आयी है तभी तो आनन-फानन में सहारनपुर, गाजियाबाद और अलीगढ़ से 12 हेड जेल वार्डर और जेल वार्डर का स्थानांतरण कर बागपत जिला कारागार भेज दिया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन और सुधार सेवाएं उत्तर प्रदेश लव कुमार ने पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि हेड जेल वार्डर मो. असीर खान, जय प्रकाश, राम ¨सह को सहारनपुर, संजीव कुमार मिश्र और रामप्रकाश यादव को गाजियाबाद और ओमप्रकाश को अलीगढ़ से बागपत भेजा गया है, जबकि जेल वार्डर भूपेंद्र कुमार तिवारी, बृजेश कुमार कठेरिया, सुजान ¨सह, कुलदीप कुमार, नेत्रपाल ¨सह और अशोक कुमार को अलीगढ़ से बागपत जेल भेजा गया है।