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शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन नहीं होने पर शासन नाराज

जिले के राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों के अध्यापकों की शासन के आदेश पर जांच कराई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 05:29 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 05:29 PM (IST)
शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन नहीं होने पर शासन नाराज

बागपत, जेएनएन। जिले के राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों के अध्यापकों की शासन के आदेश पर चल रही नियुक्तियों की जांच अधर में लटकी है। बोर्ड और विश्वविद्यालयों से अभी तक सत्यापन नहीं किया गया है। शासन ने इस पर खेद प्रकट किया है।

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कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी नियुक्ति प्रकरण के बाद हड़कंप मच गया था। प्रकरण में जिला स्तर पर अभिलेखों की जांच हो चुकी है। संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालय को अभिलेख भेजे गए है, लेकिन अभी तक सत्यापन नहीं हुआ है।

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877 अध्यापकों की होनी है जांच

-जिले में 91 विद्यालयों के 877 अध्यापकों की अभिलेखों की जांच को बोर्ड और विश्वविद्यालयों को डीआइओएस कार्यालय से भेजे जा चुके है।

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मांगी गई धनराशि

-डीआइओएस कार्यालय के पटल सहायक अभिनव तोमर ने बताया कि विश्वविद्यालयों से सत्यापन के 250 से 1000 हजार रुपये तक की मांग की गई है। इसके लिए ड्राफ्ट भेजे जा रहे है।

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-अध्यापकों की अभिलेखों की जांच के लिए संबंधित बोर्ड और विश्विविद्यालय को अभिलेख भेजे गए हैँं। सत्यापन रिपोर्ट मिलते ही शासन को भेज दी जाएगी।

डा. एमपी सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक


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