स्वाइन फ्लू का 12वां मरीज मिला
जागरण संवाददाता बागपत जिले में स्वाइन फ्लू से पीड़ित 12वां मरीज मिला है। बिनौली क्षेत्र की महि
जागरण संवाददाता, बागपत : जिले में स्वाइन फ्लू से पीड़ित 12वां मरीज मिला है। बिनौली क्षेत्र की महिला मरीज को मेरठ के एक प्राइवेट अस्पताल में उपचार चल रहा है। अभी तक जिले में स्वाइन फ्लू से पीड़ित चार मरीजों की मौत हो चुकी है।
बिनौली क्षेत्र की एक महिला को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। महिला का उपचार मेरठ के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। मेरठ मेडिकल में हुई जांच में महिला को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग महिला के संबंध में पूरी जानकारी नहीं जुटा पाया है। इसकी पुष्टि करते हुए आइडीएसपी प्रभारी डा. दिग्विजय ने बताया कि जिले में स्वाइन फ्लू के 12 मरीज सामने आ चुके है। इसमें से चार की मौत हो चुकी है। फरवरी माह में पहले सप्ताह में ¨सघावली अहीर क्षेत्र के हिसावदा गांव निवासी सुनीता पत्नी हरपाल और उनकी बहू पारुल पत्नी संदीप को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई थी। चार दिन पूर्व अग्रवाल मंडी निवासी एक वृद्ध की स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर मौत हो गई थी। खेकड़ा निवासी 34 वर्षीय पुत्र कपिल गुप्ता की स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर मौत हो चुकी है। जिले के ¨सघावली अहीर गांव की मदरेश पत्नी राजपाल को स्वाइन फ्लू यानि एच-1 एन-1 होने की पुष्टि हुई थी। मदरेश की मेरठ के अस्तपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। बाद में मदरेश के रिश्तेदार ग्राम नवादा निवासी सोहनपाल को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई थी। 24 जनवरी को जिले के ग्राम बसी निवासी सचिन कुमार को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई थी। इसके अलावा बागपत के एक व्यक्ति की स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से मौत हो चुकी है।
सावधानी बरतें मरीज
नाक बहने की शिकायत, छींक आना, लगातार खांसी, सिर दर्द, नींद न आना ज्यादा थकान, मांसपेशियों में दर्द या अकड़न स्वाइन फ्लू के लक्षण है। स्वाइन फ्लू से संक्रमित व्यक्ति को सावधानी बरती चाहिए। संक्रमित व्यक्ति को अपना मुंह ढककर रहना चाहिए। बाकी लोग साफ-सफाई का ध्यान रखें और भीड़भाड़ में अपना मुंह ढककर निकलें। खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहे, आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छुएं व हाथों को साबुन/ एंटीसेप्टिक द्रव से धोकर साफ करें, खांसते, छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखें, सहज एवं तनावमुक्त रहिए। खूब उबला हुआ पानी पीएं व पोषक भोजन व फलों का उपयोग करें।