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अभयवीर यादव सपा से छह साल के लिए निष्कासित

सपा में गुटबाजी अब चरम पर पहुंच चुकी है। सपा नेता अभयवीर यादव के मंगलवार को बागपत में पार्टी कार्यालय का ताला खुलवाकर जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर प्रेस वार्ता करने की गूंज लखनऊ और दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं तक पहुंच गई है। देर शाम सपा जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान ने दावा किया कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर अनुशासनहीनता पर अभयवीर यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 11:03 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 05:09 AM (IST)
अभयवीर यादव सपा से छह साल के लिए निष्कासित

बागपत, जेएनएन। सपा में गुटबाजी अब चरम पर पहुंच चुकी है। सपा नेता अभयवीर यादव के मंगलवार को बागपत में पार्टी कार्यालय का ताला खुलवाकर जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर प्रेस वार्ता करने की गूंज लखनऊ और दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं तक पहुंच गई है। देर शाम सपा जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान ने दावा किया कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर अनुशासनहीनता पर अभयवीर यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

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सपा कार्यालय में देर शाम आठ बजे पत्रकार वार्ता के दौरान लिखित बयान जारी कर जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान ने अभयवीर यादव पर पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर फोटो खिचवाकर सोशल मीडिया पर डालने, दफ्तर से रजिस्टर, पैड उठाकर ले जाने और फोन पर अभद्रता कर धमकाने का आरोप लगाया है। साथ ही अभयवीर यादव पर मंगलवार को पार्टी कार्यालय का ताला तोड़ने का आरोप लगाया।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि अभयवीर यादव की हरकत से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है। दावा किया कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने अभयवीर को अनुशासनहीनता पर पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर उनके खिलाफ थाने पर एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है। अभयवीर यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर बागपत कोतवाली में उनके खिलाफ तहरीर दी है। इस मौके पर सपा नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमकार यादव मौजूद रहे।

वहीं अभयवीर यादव ने कहा कि सोमवार को वह पार्टी कार्यालय गए, लेकिन वहां हस्ताक्षर रजिस्टर नहीं मिला। रजिस्टर जिलाध्यक्ष ने अपने घर रखा है, ताकि हम हस्ताक्षर न कर सकें। इस संबंध में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को अवगत कराया था। मंगलवार को वह चमरावल के शराब कांड के पीड़ितों को लेकर कार्यालय आए, तो ताला लगा था। तब उन्होंने फोन पर जिलाध्यक्ष से बात की, तो उन्होंने कहा कि वह बाहर हैं। ताला तोड़ा नहीं गया, बल्कि चाबी बनाने वाले को बुलाकर ताला खुलवाया है। इसकी वीडियो भी बनाई गई है। जिलाध्यक्ष के लगाए गए सभी आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के समक्ष अपना पक्ष भी रखूंगा। पार्टी के सच्चे सिपाही के रूप में पिछले कई सालों से कार्य कर रहा हूं।


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