बेसहारा गोवंश बर्बाद कर रहे फसलें
जागरण संवाददाता बड़ौत क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आवारा गोवंश की भरमार है। आवारा गोवंश किसानों की फसल बर्बाद कर रहे। गोवंश से खेतों की रखवाली करने के लिए किसान रातभर जागने को मजबूर हैं। वहीं गोवंश के कारण हादसे भी हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बेसहारा गोवंश की भरमार है। यह गोवंश किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। गोवंश से खेतों की रखवाली करने के लिए किसान रातभर जागने को मजबूर हैं। वहीं गोवंश के कारण हादसे भी हो रहे हैं।
क्षेत्र के विभिन्न गांवों में खुलेआम घूम रहे गोवंश से किसान परेशान हैं। फसलें बर्बाद कर रहे गोवंश से निपटने के लिए किसान रात में खेतों की रखवाली कर रहे हैं। गांव के कई-कई लोग टोली बनाकर खेतों के आसपास बैठकर अपनी फसलों को बचा रहे हैं। रात में भी किसान खेतों के आसपास टॉर्च लेकर और शोर मचाकर आवारा जानवरों को खेतों से दूर भगाते हैं। गांव बूढ़पुर निवासी किसान राजेंद्र ने बताया कि इलाके में बेसहारा गोवंश बहुत बढ़ गए हैं। जो गाय दूध नहीं देतीं, बूढ़ी हो चुकी हैं, वे किसानों के खेतों में जाकर फसलें खराब कर रही हैं। फसल बर्बाद करने वालों में सांड़ और बछड़े भी शामिल हैं। किसानों ने बताया कि यह संकट दिन-रात का है। ग्रामीणों ने रोष प्रकट जताते हुए ग्राम पंचायत व प्रशासन से आवारा गोवंश से छुटकारा दिलाने की मांग की है।
हो रहे हादसे
फतेहपुर चक निवासी काला का कहना है कि उसकी मां सुबह किसी काम से जा रही थी। गली में बेसहारा गोवंश खड़े थे। पास से गुजरने पर अचानक साड़ ने टक्कर मार दी। गिरने की वजह से हाथ में फ्रैक्चर हो गया और कुल्हे में चोट लग कई।
सांड़ हुआ खुंखार
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक सांड़ मारने लगा है। सुबह-शाम देर सवेर खेतों और मिल पर पर्ची लेकर जाना पड़ता है। सांड़ देखते ही पीछे भागने लगता है। वह कभी भी चोटिल कर सकता है।