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अफसरों ने किसानों के मन से निकाला भूत का भय

किसानों की गन्‍ने की फसल खराब हो रही थी। उनको भ्रम हो गया कि यह किसी भूत की कारस्‍तानी है। उन्‍होंने फसल की वीडियो बनाकर कृषि अधिकारियों को भेजी। अधिकारियों ने जांच की और उनका भ्रम दूर किया।

By Edited By: Published: Sat, 06 Oct 2018 09:59 PM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 12:33 PM (IST)
अफसरों ने किसानों के मन से निकाला भूत का भय
अफसरों ने किसानों के मन से निकाला भूत का भय
बागपत (जेएनएन)। डिजिटल दौर में भी अंधविश्वास ने पांव पसार रखे हैं। मलकपुर में किसानों को फसल खराब होने के पीछे भूत होने की आशंका है। इनकी शिकायत पर गांव में पहुंचे जिला कृषि अधिकारी ने किसानों को समझाया कि फसल को असामाजिक तत्व ने नुकसान किया है। कहीं कोई भूत-प्रेत का साया नहीं।
मलकपुर गांव का मामला
बागपत के मलकपुर गांव के कुछ किसानों ने वीडियो बनाकर कृषि विभाग के अधिकारियों को भेजी, जिसमें उन्होनें कहा कि हमारे गांव में भूत गन्ना फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेरठ मंडल के उप निदेशक कृषि रक्षा शौलेंद्र कुमार भूतों की शिकायत मिलते ही पहले तो हैरान रह गए। अधिकारियों को तत्काल गांव जाकर गन्ना फसल की जांच और किसानों के मन से भूत-प्रेत जैसी अंधविश्वास की बात को निकालने का आदेश दिया।
अधिकारी पहुंचे भूत देखने
जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह तथा सहायक विकास अधिकारी गांव में पहुंचे और राजेंद्र, संजीव, धर्मेंद्र और धर्मपाल सिंह समेत पंद्रह बीस किसानों को लेकर गन्ना खेतों की जांच की। किसानों ने जिला कृषि अधिकारी से कहा कि हम खेत में मौजूद होते हैं, लेकिन दिखाई कुछ नहीं देता पर खेतों से गन्ना टूटने की आवाज आती हैं। गन्ना से अगोले वाला हिस्सा गायब है। भूतों को नहीं पकड़ा गया तो हम बर्बाद हो जाएंगे।
काेरा अंधविश्वास बताया
जिला कृषि अधिकारी ने कई घंटे गन्ना फसल में घूमकर किसानों को समझाया कि कहीं कोई भूत-प्रेत नहीं होता। यह कोरा अंधविश्वास है। असामाजिक तत्वों ने गन्ना फसल में नुकसान किया होगा और अफवाह फैलाई होगी। लिहाजा किसानों को भ्रमित होने की जरुरत नहीं। वहीं उन्होंने जांच के बाद उप कृषि निदेशक को भेजी रिपोर्ट में कहा कि सड़क किनारे वाले खेतों में रास्ते की तरफ का ही गन्ना फसल का ऊपरी हिस्सा टूटा है। असामाजिक तत्वों ने अंधविश्वास फैलाने को ऐसा किया है।
अर्जुन अवार्डियों का गांव
मलकपुर पहलवानों का गांव हैं। यहां के पहलवान दुनियाभर में भारत का डंका बजा चुके हैं। इस गांव में तीन अर्जुन अवार्डी पहलवान हैं। पहलवान सुभाष तोमर को 1987, शौकेंद्र तोमर को 2003 तथा राजीव तोमर को 2010 में अर्जुन अवार्ड मिल चुका है।
इनका कहना है 
भूत-प्रेत का कहीं कोई अस्तित्व नहीं है। कोरा अंधविश्वास है। मलकपुर गांव में शरारती तत्वों ने रास्ते किनारे के कई खेतों में गन्ना फसल का ऊपरी हिस्से को तोड़कर अफवाह फैलाई है। अफवाह फैलाने के पीछे उनकी कुछ मंशा अवश्य होगी।
-प्रशांत कुमार, उप कृषि निदेशक।

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