कृषि अध्यादेश के खिलाफ रालोद ने किया धरना-प्रदर्शन
केंद्र द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेश के खिलाफ मंगलवार को रालोद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए मलकपुर गांव में चीनी मिल के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर बड़ौत-छपरौली मार्ग पर सांकेतिक जाम भी लगाया। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अध्यादेश को वापस लेने की मांग की।
बागपत जेएनएन। केंद्र द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेश के खिलाफ मंगलवार को रालोद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए मलकपुर गांव में चीनी मिल के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर बड़ौत-छपरौली मार्ग पर सांकेतिक जाम भी लगाया। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अध्यादेश को वापस लेने की मांग की।
रालोद नेता बबली तोमर के आह्वान पर मलकपुर गांव में पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसानों ने भाग लिया। किसान नेता मुनेश बरवाला ने कहा कि कृषि अध्यादेश कृषक समुदाय को बर्बाद कर देगा। इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए। आरोप लगाया कि नए कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत किसानों को प्राप्त सुरक्षा समाप्त हो जाएगी और बड़े कॉरपोरेट उनकी उपज को अपनी मर्जी से खरीद सकेंगे। युवा जिलाध्यक्ष प्रमेंद्र तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश से आक्रोशित किसान सड़कों पर उतर गए हैं। अगर यह अध्यादेश पारित होता है तो किसान बड़े उद्योगों की दया के भरोसे रह जाएंगे। छात्रसभा अध्यक्ष अभिलाष तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज दबाने के लिए विरोध-प्रदर्शन करने पर मुकदमे दर्ज कर रही है। इसका डटकर विरोध किया जाएगा। पंचायत के बाद किसानों व रालोद नेताओं ने बड़ौत-छपरौली मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और नायब तहसीलदार धर्मेंद्र ने समझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया। इस मौके पर रालोद जिलाध्यक्ष सुखबीर सिंह गठीना, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, संजय उर्फ संजू तोमर, सुरेश मलिक, सतीश चौधरी, जयवीर सिंह एडवाकेट, विकास प्रधान, दीपक प्रधान, नीटा पहलवान, अमित सोलंकी, सौरभ पंवार, आशुतोष तोमर, नरेंद्र तोमर, प्रदीप बूरा, भरत तोमर, सोनू सिनौली आदि मौजूद रहे।