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मंदिर के मुख्य गेट के बाहर श्रद्धालुओं ने टेका मत्था

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सावन माह में पहली बार पुरा महादेव मंदिर बंद रहा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 09:21 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 09:21 PM (IST)
मंदिर के मुख्य गेट के बाहर श्रद्धालुओं ने टेका मत्था

बागपत, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सावन माह में पहली बार पुरा महादेव मंदिर बंद है।

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सावन माह के आखिरी सोमवार को भी मंदिर बंद होने के कारण इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं ने मंदिर के मुख्य गेट के बाहर ही मत्था टेका और भगवान आशुतोष का आशीर्वाद लिया। इसके बाद पुलिस ने श्रद्धालुओं को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। एसडीएम रामनयन व सीओ दिलीप सिंह मौजूद रहे। सोमवार की देर शाम मंदिर में भगवान आशुतोष का फूलों से श्रृंगार किया गया। साथ ही दीप प्रज्ज्वलित किए गए।

भक्तों ने जलाभिषेक के बाद किया व्रत का पारायण

संवाद सहयोगी, बड़ौत : सावन के अंतिम सोमवार भक्तगणों ने शिवालयों का रुख किया और भगवान भोलेनाथ का पूजन-अर्चन करने के बाद व्रत का पारायण किया। इस बार सावन माह में पांच सोमवार पड़े, मगर लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु मंदिरों में भगवान के जलाभिषेक से वंचित रहे। सोमवार को अंतिम सोमवार पांच-पांच लोगों ने मंदिरों में जाकर रुद्राभिषेक किया। हालांकि कम ही श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे। अधिकतर ने घरों में पूजा-पाठ की। भक्तों ने भगवान शंकर से कोरोना के खात्मे की प्रार्थना की। पंचवटी मंदिर के पुजारी कुंदन भारद्वाज ने बताया कि बेलपत्र, शमीपत्र, भांग धतूरा, तुलसी की मंजरिकाएं, नैवेद्य, ऋतुफल, पान, सुपारी, लोंग इलायची, पुष्प, धूप, दीप से भगवान आशुतोष का पूजन किया और पंचधारा (दूध, दही घी, शहद, बूरा) से अभिषेक किया।


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