बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर बांधा प्यार
जागरण संवाददाता, बागपत: भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व जनपद में धूमधाम
जागरण संवाददाता, बागपत:
भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व जनपद में धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखियां बांध कर अपने रिश्ते को और मजबूत किया। भाइयों ने भी बहनों की रक्षा का प्रण लिया तथा उन्हें उपहार दिए। रविवार को राखी का शुभकाल प्रात: 5.26 बजे जैसे से ही शुरू हुआ वैसे ही बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर रंग-बिरंगी आकर्षक राखियां बांधनी शुरू कर दीं।
बागपत समेत सभी आठ कस्बों और 282 गांवों में रक्षाबंधन पर्व की धूम रही। भाइयों की कलाइयों पर राखी बाधने को बहनें ससुराल से अपने मायके के लिए दिन निकलने से पहले ही रवाना हो गई। बहनों ने सफर में तमाम कष्ट सहकर भाइयों के घर जाकर उन्हें रखी बांधी। किसी बहना ने सोने तो किसी ने चांदी की राखी भाइयों की कलाई पर बांधी।
राखियां तथा मिठाई, कपड़े और अन्य गिफ्ट आइटम खरीदने को कस्बों के बाजारों में सुबह से शाम तक खासी भीड़ उमड़ी रही। जहां बहनों ने भाइयों के लिए एक से बढ़कर एक राखी खरीदीं, वहीं भाइयों ने बहनों को गिफ्ट देने को जमकर खरीदारी की। दिनभर राखी बांधने व गिफ्ट देने का सिलसिला चला। हर तरफ भाई और बहन का प्यार देखते ही बना। वहीं प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहनों ने भी भाइयों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। वहीं राष्ट्रवंदना मिशन के जिला संयोजक एडवोकेट देवेंद्र आर्य के यहां यज्ञ का आयोजन हुआ। यज्ञोपरांत बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधी। मास्टर सचिन ढाका और अर्थव आर्य मौजूद रहे। उधर, लोग मोबाइल फोन तथा सोशल साइट के जरिए एक दूसरे को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देने में भी पीछे नहीं रहे।
दुकानदारों की मौज
बागपत: रक्षाबंधन पर खूब खरीद-फरोख्त होने से दुकानदारों की मौज रही। सर्राफ मनोज कुमार ने बताया कि अन्य दिनों के मुकाबले रक्षाबंधन पर कई गुना ज्यादा सोने-चांदी तथा आर्टिफिशियल ज्वैलरी की खासी डिमांड रही। मिष्ठान विक्रेता पंकज जैन तथा रामलाल ने बताया कि और दिनों के मुकाबले रक्षाबंधन पर मिठाई की आठ-दस गुना ज्यादा बिक्री हुई। सर्वाधिक मांग घेवर तथा बालूशाही की रही। व्यापारी नंदलाल डोगरा व दौलतराम की मानें तो कपड़ों और खासकर रेडीमेड कपड़ों की खासी खरीद-फरोख्त हुई। हर तरफ दुकानों पर चीजों को खरीद करने को ग्राहकों की भीड़ लगी थी।