फूटे पटाखे और बढ़ा प्रदूषण
बागपत: दीपाली पर एनसीआर में स्थित बागपत का वायु प्रदूषण बढ़ चुका है। पटाखों के तेज धमाकेदार
बागपत: दीपाली पर एनसीआर में स्थित बागपत का वायु प्रदूषण बढ़ चुका है। पटाखों के तेज धमाकेदार आवाज से ध्वनि प्रदूषण की मार लोगों पर पड़ी है। 10 से 20 डेसिबल के बजाय 50 से 70 डेसिबल की क्षमता वाले पटाखों को छुड़ाने से ध्वनि प्रदूषण का लेवल काफी हाई रहा है। सर्वाधिक दिक्कत उन लोगों को हुई जो बीमार हैं। वहीं वायु प्रदूषण का स्तर भी काफी ऊंचा रहा। गत 24 घंटे में पार्टिकुलेट मैटर यानी पीएम-2.5 मानक 60 के बजाय 205 तथा पीएम-10 का लेवल मानक 100 के बजाय 306 तक पहुंच गया।
वायु प्रदूषण बढ़ने से सांस के मरीजों को ही नहीं, बल्कि सेहतमंद लोगों को भी परेशानी हुई। सांस के मरीजों का तो दम ही घुटने लगा। जिला अस्पताल में भी सांस के कई मरीज पहुंचे। डा. अशोक लाटियान कहते हैं कि वायु प्रदूषण में इजाफा होने से सांस के मरीज जिला अस्पताल इलाज कराने पहुंचे हैं। कहा कि सांस के मरीज खुले अैर हवादार स्थानों पर रहे तो बेहतर रहेगा। दूसरी और दीपावली के बाद बागपत नगर में कई स्थानों पर छुड़ाए गए पटाखे के अवशेष तथा गंदगी पड़ी होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। नगर पालिका परिषद बागपत के सफाई प्रभारी महेश कुमार शर्मा ने कहा कि नगर में निरंतर सफाई कराई जा रही है।