मुखबिरी के शक में की सिपाही के पिता की हत्या
सीआइएसएफ के सिपाही महेश चौधरी के पिता चौधरी बिजेंद्र सिंह की हत्या के बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। पता चला है कि उनकी हत्या मुखबिरी के शक में की गई।
जागरण न्यूज नेटवर्क बागपत : सीआइएसएफ के सिपाही महेश चौधरी के पिता चौधरी बिजेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। पुलिस का दावा है कि मुखबिरी के शक में उनकी हत्या की गई है। इस मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है।
ढिकाना गांव निवासी किसान चौधरी बिजेंद्र सिंह अपने साथी पिटू के साथ सोमवार को अपने खेत में जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार चार युवकों ने उन पर फायरिग कर दी थी। इससे वह दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। परिजनों ने बड़ौत के अस्पताल में भर्ती कराया था। चौधरी बिजेंद्र सिंह की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने मेरठ के लिए रेफर कर दिया था। मेरठ ले जाते समय उनकी रास्ते में ही मौत हो गई थी। घायल पिटू का हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है। उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
उधर बड़ौत कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा का कहना है कि बदमाश लविश रठौड़ा गिरोह के सदस्य सौरभ उर्फ सुल्तान को लूट के एक मामले में पूछताछ करने के लिए कोतवाली लाया गया था। सौरभ के परिजनों को शक हो गया था कि मुखबिरी करके चौधरी बिजेंद्र सिंह ने ही पुलिस से सौरभ को पकड़वाया है। इसी शक में सौरभ के भाई शुभम ने अपने फुफेरे भाई सोनू व दो साथियों के साथ मिलकर बिजेंद्र सिंह की हत्या की है।
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एक्सरे करा निकाली
शरीर से गोली
चौधरी बिजेंद्र सिंह के शव का डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनके शरीर में गोली नहीं दिखाई दी, बाद में डॉक्टरों ने शव का एक्सरे कराया। उसके बाद बिजेंद्र के शरीर से गोली निकाली गई।
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लविश की लखनऊ में की
जा चुकी है हत्या
रठौड़ा गांव के लविश की लखनऊ में दो सप्ताह पूर्व गर्दन काटकर हत्या की गई थी।