बागपत में दुष्कर्म मामले की जांच में दारोगा ने लांघी मर्यादा
आरोप है कि वह कई दिनों तक महिला से अश्लील सवाल करता रहा, दुष्कर्म के आरोप वापस लेने का दबाव भी बनाया।
बागपत (जागरण संवाददाता)। हलाला के नाम पर दुष्कर्म के एक मामले की जांच कर रहे विवेचक दारोगा ने हद कर दी। आरोप है कि वह कई दिनों तक महिला से अश्लील सवाल करता रहा। दुष्कर्म के आरोप वापस लेने का दबाव भी बनाया। दारोगा की यह करतूत जब सुर्खी बनी तो एसपी ने विवेचक को तलब कर लिया।
दुष्कर्म का सुबूत मांगने पर कप्तान ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई और निष्पक्ष जांच करने की बात कही। लेकिन लताड़ का असर चंद घंटों तक ही रहा और विवेचक ने महिला को फोन कर चेतावनी दे डाली कि उसके केस में कुछ नहीं है। बड़ौत निवासी एक महिला से पहले ही दरिंदगी कम नहीं हुई। महिला का कहना है कि विवेचक ने उनसे कहा कि वह दुष्कर्म का कोई प्रमाण लाकर दे तो ही केस सच माना जाएगा।
अवाक रह गई महिला ने दारोगा दिनेश कुमार के सवालों के जवाब तो दिए, लेकिन इस तरह के सवाल को लेकर महिला काफी क्षुब्ध हुई। मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी अजय शंकर राय ने विवेचक को बुलाया और उनसे जवाब-तलब किया।
विवेचक ने भी अपनी सफाई पेश की, परंतु एसपी ने निर्देश दिए कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। थोड़ी देर बाद विवेचक ने महिला को फोन किया और कहा कि वह चार्जशीट दाखिल कर रहे हैं। उनके केस में कुछ नहीं है। सब फर्जी ड्रामा रचा जा रहा है। महिला ने साफ कर दिया कि वह न्याय पाकर ही दम लेगी, भले ही उसे अपनी जान ही क्यों न गंवानी पड़े।
देवर ने लूट अस्मत: वह अभागिन तो पहले से ही टूटी हुई थी। शौहर ने तलाक दे दिया। जब काफी मिन्नतें कीं तो रखने को तैयार हुआ लेकिन, हलाला के नाम पर पहले अपने भाई के हवाले कर दिया। देवर ने अपनी भाभी की कई दिनों तक अस्मत रौंदी। यह दुखियारी किसी तरह बचकर भागी और महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई।
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पुलिस के सामने दिया तलाक: उम्मीद थी कि यहां से उसे इंसाफ मिलेगा। दुस्साहसी पति यहां भी आ पहुंचा और पुलिस के सामने ही फिर तलाक दे दिया। अभी भी उसे पुलिस पर एतबार था, लेकिन विवेचना कर रहे दारोगा ने सारी हदें पार कर दीं। वह पीड़िता से दुष्कर्म के सुबूत मांगने लगे।
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