यूपी-हरियाणा सीमा विवाद: सीमा पर लगेंगे पत्थर के पिलर
कई दशकों से चला आ रहा यूपी-हरियाणा सीमा विवाद को लेकर दोनों राज्यों के किसान एक-दूसरे की भूमि पर कब्जा न करें इसको लेकर दोनों राज्यों की सीमा पर पत्थर के बड़े पिलर लगाए जाएंगे जो बाढ़ आदि में भी नहीं उखड़ पाएंगे।
बड़ौत (बागपत) : कई दशकों से चला आ रहा यूपी-हरियाणा सीमा विवाद को लेकर दोनों राज्यों के किसान एक-दूसरे की भूमि पर कब्जा न करें, इसको लेकर दोनों राज्यों की सीमा पर पत्थर के बड़े पिलर लगाए जाएंगे, जो बाढ़ आदि में भी नहीं उखड़ पाएंगे। इस संबंध में चिट्टी हरियाणा सरकार को भेज दी गई है।
चार दशक से ज्यादा समय से यूपी-हरियाणा सीमा विवाद चला रहा है, जिसमें दोनों राज्यों के कई किसानों की जान जा चुकी है। फसल बुवाई और कटाई के समय दोनों राज्यों के किसानों के बीच तनाव उत्पन्न हो जाता है। दोनों राज्यों के किसान एक-दूसरे की भूमि पर कब्जा कर फसल की बुवाई कर देते हैं कई बार दबंगई दिखाते हुए एक-दूसरे की फसल भी काट लेते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है क्योंकि सीमा का निर्धारण करते हुए पत्थर के पिलर लगाए जाएंगे, जो काफी मजबूत होंगे।
टांडा से सांकरौद गांव तक लगने वाले सैकड़ों की संख्या में पिलर ऐसे होंगे जो बाढ़ के पानी में भी नहीं बह पाएंगे। एक पत्थर यूपी और दूसरा पत्थर हरियाणा का लगाया जाएगा। इस संबंध में लेखपाल राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि बागपत प्रशासन की ओर से हरियाणा सरकार को चिट्ठी लिखी गई है, जिससे सर्वे होने के बाद जल्द से जल्द पिलर लग सके। गौरतलब है कि बागपत के 27 और पानीपत और सोनीपत 24 गांव यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित हैं, जिनमें कितने ही गांवों के किसानों का भूमि पर विवाद चल रहा है। नैथला गांव के प्रमोद त्यागी, बदरखा गांव के प्रधान राजकुमार ने बताया कि यदि मजबूत पत्थर लग जाते हैं तो संभवत सीमा विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी।