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भाजपा सरकार सोचे कि हाथ को हाथ धोता है: नरेश टिकैत

जागरण संवाददाता, बागपत : भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हम सरकार का

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Oct 2018 10:50 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 10:50 PM (IST)
भाजपा सरकार सोचे कि हाथ को हाथ धोता है: नरेश टिकैत
भाजपा सरकार सोचे कि हाथ को हाथ धोता है: नरेश टिकैत

जागरण संवाददाता, बागपत : भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हम सरकार का नहीं नीतियों का विरोध करते हैं। सरकार की नीतियां किसानों को बर्बाद कर रही है। चुनावी साल में किसानों को राहत नहीं मिलेगी तो कब मिलेगी? सरकार सोचे कि हाथ को हाथ धोता है। यानी साफ इशारा था कि सरकार किसानों की मांग मानेगी तो लोस चुनाव में किसान भाजपा का साथ देने की सोचेगा। कितना शर्मनाक है कि मुट्ठीभर के पाकिस्तान से चीनी आयात करके देश के गन्ना किसानों को घाटा दिया है। लोकसभा चुनाव लड़कर हम भाकियू संगठन को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। वैसे भी भाकियू राजनैतिक दल नहीं है। भाकियू किसानों को हक दिलाने को लिए काम कर रही है।

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बागपत में भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर के आवास पर पत्रकार वार्ता में नरेश टिकैत ने कहा कि नया गन्ना पेराई सत्र शुरू हो गया, लेकिन चीनी मिले चली नहीं। चीनी मिलें चलवाने को भाकियू कलक्ट्रेट में गन्ना भरकर विरोध जता रही है। गन्ना मूल्य 550 रुपये प्रति कुंतल, पंजाब की तर्ज पर प्रदेश के किसानों को फ्री बिजली देने, पूरा कर्ज माफ करने, गन्ना भुगतान कराने तथा दस साल पुराने ट्रैक्टरों के रजिस्ट्रेशन कराने की छूट देने की मांग पूरी करनी चाहिए। शहरों को ओवरलोड होने से रोकने को किसानों को बेहतर सुविधा देकर युवाओं को गांवों से पलायन रोकने का काम करे।

सरकार की कृषि योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच रहा है। मनरेगा से खेती को जोड़ा है, लेकिन किसानों के खाते में पैसा आता नहीं। भूमि संरक्षण धरातल के बजाय कागजों में किसानों के खेत समतल करने में जुटा है। बीजों पर मिलने वाला अनुदान पता नहीं कहां जा रहा है। खेत की मिट्टी उठाने पर किसान पर लाखों रुपये जुर्माना लगता है, लेकिन योजना डकारने वालों पर कार्रवाई नहीं। एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा किसान क्रांति यात्रा के दबाव में केंद्र सरकार ने कुछ मांगे मानी है। जैसे कृषि यंत्रों पर जीएसटी 20-25 से घटाकर पांच फीसद किया है। दिल्ली में अचानक आंदोलन करने के सवाल पर बोले कि ऐसा नहीं है। किसान थके थे और हमारी कई मांगे पूरी हुई। आंदोलन हमनें शुरू किया था और हमनें ही खत्म कराया है। अफवाह फैलाने वालों को क्या अधिकार है पूछने का? मंदिर-मस्जिद का मुद्दा और लड़ाकू विमान में दलाली के मुद्दे से देश की छवि खराब हो रही है। इंद्रपाल ¨सह, पूर्व प्रधान योगेश शर्मा, प्रदीप गुर्जर, तेजपाल ठाकुर आदि मौजूद रहे। वहीं नरेश टिकैत ने बागपत राष्ट्र वंदना चौक पर शहीदा पंडित रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाकउल्ला खां की प्रतिमा पर मल्यार्पण किया।


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