खपराना के प्राचीन टीले से मिले दुर्लभ पुरावशेष
बड़ौत (बागपत): खपराना गांव के प्राचीन टीले पर प्राचीन सभ्यता के मृदभांड के अलावा 18 सौ से दो हज
बड़ौत (बागपत): खपराना गांव के प्राचीन टीले पर प्राचीन सभ्यता के मृदभांड के अलावा 18 सौ से दो हजार साल पुरानी ताम्र मुद्राएं मिली हैं।
शहजाद राय शोध संस्थान बड़ौत के निदेशक अमित राय जैन ने खपराना गांव का स्थलीय सर्वेक्षण कर रिपोर्ट बनाई, जिसे डीएम और एएसआई को भेजने की तैयारी है। रिपोर्ट के मुताबिक, बरनावा लाक्षाग्रह से लगभग छह किलोमीटर दूर खपराना गांव में 100 बीघा से अधिक परिक्षेत्र में प्राचीन टीले हैं। सर्वेक्षण के दौरान यहां से खंडित मृदभांड के रूप में महिलाओं के कर्णाभूषण, होपस्कॉच, झावा (पैर साफ करने वाला) बच्चों के खिलौने, खाद्य सामग्री रखने वाले पात्रों के अलावा मिट्टी की छोटी लुटिया में 33 ताम्र मुद्राएं भी मिलीं। लुटिया भी थोड़ी खंडित थी। मिट्टी में अधिक समय तक दबे रहने के कारण सिक्के अधिक स्पष्ट नहीं थे। माना जा रहा है कि ये सिक्के कुषाणकालीन राजा वासुदेव के समय के हो सकते हैं। उनका अनुमान है कि इस 100 बीघा परिक्षेत्र में फैले टीलों पर कुषाणकाल समेत अन्य मानव सभ्यताएं मौजूद रही होंगी।