सीमा विवाद निपटाने को अधिकारी करेंगे संयुक्त सर्वे
जासं बागपत बुधवार को बागपत कलक्ट्रेट में डीएम शकुंतला गौतम की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश-हरियाणा सीमा विवाद निपटारे को दोनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि यमुना खादर में सीमा स्तंभ खोजने के लिए 25 नवंबर से सर्वे कराया जाएगा। इस सर्वे को दोनों राज्य के अधिकारी तथा सर्वे आफ इंडिया के अधिकारी संयुक्त रूप से करेंगे।
बागपत, जेएनएन: पांच दशक से जारी उप्र-हरियाणा सीमा विवाद को हमेशा के लिए खत्म करने की कवायद शुरू हो गई। विवाद निपटाने को बागपत, शामली, सोनीपत तथा पानीपत के अधिकारियों ने 25 नवंबर से यमुना खादर में सीमा स्तंभ खोजने तथा सीमांकन को सर्वे आफ इंडिया के अधिकारी की देखरेख में संयुक्त सर्वे कराने का फैसला लिया गया। किसानों के बीच फसाद रोकने को उप्र-हरियाणा सीमा पर शांति व्यवस्था बनाए रखने पर भी जोर दिया गया।
बुधवार को बागपत कलक्ट्रेट पर डीएम शकुंतला गौतम की अध्यक्षता में हुई बैठक में शामली डीएम तथा सोनीपत व पानीपत के राजस्व अधिकारियों ने माना कि समस्या की जड़ पूर्व में लगे सीमा स्तंभों का विलुप्त होना है। बागपत में सोनीपत व पानीपत की सीमा तय करने को यमुना खादर में पूर्व में लगे सभी 236 स्तंभ विलुप्त हो चुके हैं। शामली और पानीपत की सीमा पर पूर्व में लगे 228 स्तंभ में 172 विलुप्त हैं।
डीएम ने बताया कि 25 नवंबर से दो दिसंबर तक बागपत और सोनीपत की सीमा का संयुक्त सर्वे होगा। तीन से सात दिसंबर तक बागपत और पानीपत की सीमा का सर्वे कार्य होगा। वहीं, शामली और पानीपत की सीमा पर 25 से 30 नवंबर तक सर्वे पूरा किया जाएगा। दोनों तरफ के किस गांव में किस दिन सर्वे होगा यह पूरा कार्यक्रम तय कर दिया गया है।
बैठक में डीएम शामली अखिलेश सिंह, बागपत एडीएम अमित कुमार, एसडीएम बागपत पुलकित गर्ग, कैराना एसडीएम अमित पाल शर्मा, पानीपत डिस्ट्रिक्ट रेवेन्यू आफिसर चंद्रमोहन, हरियाणा के तहसीलदार संभालखा रामगोपाल, सोनीपत तहसीलदार विकास सिंह, राई नायब तहसीलदार हवा सिंह व चंडीगढ़ से सर्वे आफ इंडिया के सर्वेयर करतार सिंह मौजूद रहे।