सीबीएसई से अंग्रेजियत खत्म कर मातृभाषा में शिक्षा का होने लगा ऐलान
केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति तैयार की जा रही है, इससे अंग्रेजियत खत्म होगी। मातृभाषा में शिक्षा और साथ में संस्कार दिए जाएंगे।
बागपत (जेएनएन)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से डीएवी पब्लिक स्कूल बागपत में क्वालिटी एजुकेशन पर शनिवार को राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें पश्चिमी उप्र के 500 सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्य क्वालिटी एजुकेशन टिप्स लेने पहुंचे। मुख्य अतिथि केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति तैयार की जा रही है, इससे संस्कारों की अंग्रेजियत खत्म होगी। मातृभाषा में बच्चों को शिक्षा और साथ में संस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने डिजिटल एजुकेशन अपनाने की अपील भी की।
सेमिनार में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि शिक्षा में सुधार को लेकर प्रधानमंत्री चिंतित हैं। यह सुधार स्कूलों की आकाश चूमती बिल्डिंग से नहीं, अच्छे शिक्षकों से आएगा। अच्छा शिक्षक पेड़ के नीचे पढ़ाकर भी नामी स्कूल के शानदार क्लास रूम को पीछे छोड़ देगा। लिहाजा स्कूलों में योग्य शिक्षकों की भर्ती करें। सेलेबस में मोटी-मोटी किताबों और भारी बस्ते के बजाय व्यावहारिक, जमीनी ज्ञान और अच्छे संस्कार देने वाली किताबों को शामिल करें। उन्होंने सीबीएसई स्कूलों को नंबरों की होड़ से दूर रहने के लिए कहा। नंबरों के लिए नकल कराने वाले स्कूलों को चेताया भी, कहा ऐसे स्कूल नई पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने से पहले एनसीईआरटी की हर साल 1.5 करोड़ किताब छपती थी, लेकिन अब छह करोड़ किताबें प्रकाशित होती हैं।
सीबीएसई की चेयरपर्सन अनिता करवाल ने कहा कि सीबीएसई में साल 2019 से फिजिकल एंड हेल्थ एजुकेशन अनिवार्य रूप से लागू होगी। बच्चों को तनाव मुक्त करने को एक्जाम से पहले ग्रुप और पर्सनल काउंसिलिंग कराने का आदेश स्कूलों को दिया है। बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की 100 फीसद रीचेकिंग कराने की व्यवस्था लागू की है, ताकि त्रुटि की गुंजाइश न रहे। सीबीएसई ने ऐसा एप लांच किया है कि स्मार्ट फोन पर उस एप के जरिए किसी भी विषय के किसी भी पाठ की पूरी सामग्री पढऩे को मिलेगी। सीबीएसई पोर्टल पर 80 लाख टीचरों को यह सुविधा होगी कि वे अपनी टीचिंग वीडियो अपलोड करें या दूसरों की देख सकते हैं। सीबीएसई की सचिव अनुराग त्रिपाठी, रीजनल डायरेक्टर रणवीर सिंह आदि मौजूद रहे।