गाधी की पूर्व प्रधान के पोते को गोलियों से भूना, मौत
रक्षाबंधन के पर्व पर नौ दिन पूर्व फेसबुक पर युवती के संबंध में टिप्पणी करने को लेकर बवाल हुआ था।
बागपत, जेएनएन। रक्षाबंधन के पर्व पर नौ दिन पूर्व फेसबुक पर युवती के संबंध में टिप्पणी करने व क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद में ग्राम गाधी के पूर्व प्रधान के पोते की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपित पक्ष फरार है।
ग्राम गाधी उर्फ ग्यासरी में 25 जुलाई को रामवीर शर्मा व प्रमोद कुमार पक्ष के बीच फेसबुक पर युवती के संबंध में टिप्पणी करने व क्रिकेट खेलने को लेकर विवाद हो गया था। इस मामले में कोतवाली में दोनों पक्षों के 20 लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि पुलिस ने किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया था। इसके चलते दोनों पक्षों में तनाव चल रहा था। प्रमोद पक्ष की पूर्व प्रधान सुनीता देवी के पोते रोहित उर्फ रवित (35) पुत्र स्वर्गीय सुरेन्द्रपाल अपने चाचा रमेश के साथ सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे ग्राम क्यामपुर से बाइक से घर लौट रहा था। गांव में नाले की पुलिया के निकट गांव के रामवीर पक्ष के लोगों ने घेरकर गाली-गलौज कर रोहित को बाइक से नीचे खींच लिया और उसके चाचा रमेश को हमलावरों ने धक्का दिया। इसके बाद आरोपितों ने रोहित पर राइफल, पिस्टल व तमंचे से फायरिग कर दी। गोलियां लगने से रोहित की मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर आरोपित फरार हो गए। मौके पर ग्रामीण एकत्र हो गए। घटना की पुलिस को सूचना दी गई। एसपी अजय कुमार सिंह, एएसपी अनित कुमार ने मौके पर पहुंच जांच पड़ताल की। पुलिस ने रोहित के शव को कब्जे में लिया। घटना से दोनों पक्षों में तनाव है, हालांकि हमलावर मकान छोड़ भागे हुए है। पुलिस हमलावर पक्ष की कई महिलाओं को कोतवाली ले आई है। गांव में पुलिस बल तैनात है। उधर एएसपी अनित कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों का पूर्व में विवाद हुआ था। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
--पूर्व प्रधान सुनीता देवी के पुत्र चौ. कुलदीप कुमार का कहना है कि विपक्ष के एक युवक ने फेसबुक पर एक युवती के संबंध में टिप्पणी कर दी थी। इसको लेकर विवाद हुआ था। इसी के चलते भतीजे रोहित की हत्या की गई। रोहित के चचेरे भाई नितिन ने गांव के ही ओमदत्त पुत्र हरिराम, कृष्ण पुत्र ओमदत्त, राजू पुत्र राधेश्याम, धर्मेंद्र पुत्र ओमकार, हिमांशु पुत्र रामवीर, रामकिशोर पुत्र ओमे, नितिन पुत्र रामकिशोर तथा जयनारायण के पुत्र रामवीर, हरिश्याम, हरिओम व सोहनवीर के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया।
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पुलिस की लापरवाही से गई युवक की जान
- 25 जुलाई को हुए विवाद में 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। आरोपितों में रोहित उर्फ रवित भी शामिल था। परंतु पुलिस ने एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया। इस घटना में पुलिस की लापरवाही उजागर हो रही है। यदि पुलिस कार्रवाई करती तो शायद यह घटना न हो पाती।