यमुना के जहरीले हुए पानी से मर गई लाखों मछलियां
बागपत, जेएनएन। यमुना नदी के पानी में फैक्ट्रियों के रसायनयुक्त पानी ने लाखों मछलियों की जान ले ली। मृत मछलियां किनारे पर उतराने लगीं तो जीव-जंतु प्रेमियों को आघात पहुंचा। वहीं, यमुना स्नान करने पहुंचे लोगों ने भी दुख जताया। शासन और प्रशासन से मांग की है कि यमुना के अविरल जल को दूषित होने से बचाने के लिए फैक्ट्रियों के दूषित पानी को प्रवाहित होने से रोका जाए।
शहर से गुजर रही यमुना नदी में सोमवार को लाखों मछलियां मरी पड़ी थीं। स्थानीय निवासी मनीष गर्ग ने बताया कि वे हर रोज की तरह यमुना में स्नान करने पहुंचे तो देखा की नदी में असंख्य मछलियां मरी पड़ी थीं, जिनसे दुर्गंध भी आ रही थी। मृत मछलियों के बीच दर्जनों कछुए भी मरे पड़े थे।
जनता वैदिक डिग्री कालेज के वनस्पति विज्ञान के प्रवक्ता डा. मनोज शर्मा ने बताया कि यमुना के बहते हुए जल में फैक्ट्रियों से निकलने वाले रसायनयुक्त पानी की वजह से मछलियां मरी हैं। पानी में टालूइन, बेन्जीम, कैडमियम, लेड, मर्करी जैसे जहरीले पदार्थ व रसायन से जलीय जीवों का दम घुट जाता है। ये रसायन पानी में आक्सीजन की मात्रा को खत्म कर देते हैं। उनकी तो शासन और प्रशासन से अपील है कि यमुना हो या अन्य नदियां इनमें फैक्ट्रियों से निकलने वाले पानी को रोका जाए।
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