महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महामहोत्सव धूमधाम से मनाया
मुनि श्री 108 वीर सागर विशाल सागर मुनि श्री धवल सागर प्रत्यक्षमति माता के पावन सानिध्य में भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महामहोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगबर जैन मंदिर कमेटी के तत्वावधान में परम पूज्य मुनि श्री 108 वीर सागर, विशाल सागर, मुनि श्री धवल सागर, प्रत्यक्षमति माता के पावन सानिध्य में भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महामहोत्सव धूमधाम से मनाया गया। बिनौली और बरनावा में भी महोत्सव मनाया गया। इस दौरान नगर में भव्य रथ यात्रा व पालकी यात्रा निकाली गई। रथ यात्रा में धर्मध्वजा, बैंडबाजे, शहनाई, भगवान महावीर स्वामी के जीवन पर आधारित झांकियां, घोड़ा बग्गी, जीओ और जीने दो, अंहिसा, शाकाहार पर आधारित स्लोगन व हाथों में जैन धर्म के झंडे लिए विभिन्न स्कूलों के बच्चे अनुपम दृश्य बिखरते हुए चल रहे थे। रथ यात्रा श्री 1008 पार्श्वनाथ मंदिर नेहरू रोड से शुरू होकर नेहरू मूर्ति, संजय मूर्ति, भगवान महावीर मार्ग से होते हुए पाडुंक शिला मैदान में पहुंचकर धर्मसभा में बदल गई। मुनि श्री वीर सागर ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने अंहिसा का संदेश दिया। वर्तमान समय में संपूर्ण विश्व भगवान महावीर के संदेशों को अपना रहा है। धर्मसभा में मुनि श्री विशाल सागर और श्री धवल सागर ने भी धर्मोंपदेश दिए। पाडुंक शिला पर श्रीजी के अभिषेक के बाद रथयात्रा कैनाल रोड से होती हुई वापस श्री पार्श्वनाथ मंदिर पहुंची। रथयात्रा में सौधर्म इंद्र श्री सुरेश जैन, सारथी सचिन जैन, कुबेर इंद्र धनपाल जैन, चंदर, रवि जैन, अनिल जैन ने प्राप्त किया। रथयात्रा में सतेंद्र जैन, अनिल जैन, प्रवीण जैन, सुभाष जैन, अतुल जैन, सुशील जैन, ललित जैन, आनंद, संजय, आदीश जैन मौजूद रहे। इसमें सकल जैन समाज, धार्मिक संस्थाओं का सहयोग रहा। श्रद्धालुओं के लिए डा. पवन जैन, डा. सुनीता जैन ने वात्सल्य भोज की व्यवस्था कराई। उधर, श्री महावीर स्वामी जैन श्वेताबंर मूर्ति पूजक संघ द्वारा भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया, जिसमें हजारों की संख्या में समाज के लोगों की भागीदारी रही। सुबह पांच बजे मंगल प्रभात फेरी प्रमुख मार्गों से बैंडबाजों के साथ निकाली गई। प्रात: सात बजे मंदिर में भक्ताबर का पाठ व सात बजकर 30 मिनट पर शांति स्नात्र पूजा की गई। 11 बजे साधर्मिक वात्सल्य शिविर शैलेंद्र जैन संरक्षक श्रीसंघ, दीपक जैन व कैप्टन अजय जैन के आतिथ्य में हुआ। इसके बाद शिखर वाले मंदिर में समाज के बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं आदि पहुंचे। उधर, बरनावा के ज्ञान सागर गुरुकुल में बुधवार को महावीर जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रतियोगिता हुई। इस अवसर गुरुकुल संस्थापक ब्रह्मचारी अतुल भैया ने उपदेश देते हुए कहा कि भगवान महावीर के जीवन दर्शन की आज से 2600 वर्ष पूर्व तो आवश्यकता थी, लेकिन वर्तमान में उनके दर्शन की अति आवश्यकता है। गुरुकुल के बच्चों ने महावीर के जीवन दर्शन पर आधारित नाटिका प्रस्तुत कर भाव विभोर किया। प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें 45 बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान पूनम जैन, गीता टण्डन, नेहा, कोमल, सरिता, राखी, साजिया, मुकेश जैन आदि मौजूद रहे। उधर, बिनौली के श्री दिगंबर जैन पुराना मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मंत्रोच्चारण के साथ अर्घ्य चढ़ाए।