बेटी पढ़ाएं या मकान बनवाएं, 3603 करोड़ तक मिलेगा कर्ज
जागरण संवाददाता, बागपत: जिले के लाखों बा¨शदों के लिए अच्छी खबर है। अब बैंक आपसे कहेंगे कि
जागरण संवाददाता, बागपत: जिले के लाखों बा¨शदों के लिए अच्छी खबर है। अब बैंक आपसे कहेंगे कि जनाब कर्ज लीजिए। चाहे मकान बनाएं या विदेश में पढ़ने जाएं। यानी हर काम के लिए बैंक भरपूर कर्ज देंगे। जिला बैंकर्स कमेटी ने आगामी वित्त वर्ष का 3603 करोड़ का जिला कर्ज प्लान मंजूर किया है। सीडीओ पीसी जायसवाल ने जिला प्लान को फाइनल करने के उपरांत बैंक अधिकारियों से कहा कि स्वरोजगार के लिए उदारता से कर्ज देकर गरीबी को मात देने में मदद करें।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक इंद्रमीत ¨सह ने बताया कि आगामी वित्त वर्ष का कर्ज प्लान चालू साल से 10.75 फीसद ज्यादा राशि का है। चालू साल का जहां 3254 करोड़ रुपये कर्ज प्लान है, वहीं आगामी वित्त वर्ष 2019-2020 का 3603 करोड़ 89 लाख रुपये कर्ज प्लान फाइनल किया गया। सर्वाधिक किसानों को सस्ती ब्याज दर पर रिकार्ड 3192 करोड़ 13 लाख रुपये कर्ज वितरण का लक्ष्य रखा गया है। एजुकेशन लोन, हाउ¨सग लोन, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग समेत हर क्षेत्र में कर्ज देने का लक्ष्य रखा गया है। डीडीओ हुबलाल, जिला मुख्य अग्रणी बैंक प्रबंधक प्रदीप बसंत थोराट समेत तमाम बैंकों के अधिकारी मौजूद रहे।
विदेश में करिए पढ़ाई
यदि आपका बेटा या बेटी होनहार है और आप विदेश में पढ़ाना चाहते हैं तो ¨चता करने की जरूरत नहीं है। अब बैंकों से भरपूर कर्ज मिलेगा। इसके लिए 22
करोड़ रुपये का एजुकेशन लोन प्लान बना है। साफ है कि पैसों की तंगी से किसी होनहार को अच्छी शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना पड़ेगा।
नाकामी भी कम नहीं
सीडीओ ने बैंक अधिकारियों से सरकारी योजनाओं के तहत कर्ज नहीं देने पर नाराजगी जताई। स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत अनूसूचित जाति के 360 लोगों
को कर्ज देने का लक्ष्य है। समाज कल्याण विभाग ने बैंकों को 288 फार्म मंजूर करके भेजे, लेकिन नतीजा सिफर है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के 170 स्वयं
सहायता समूहों की बैंक ¨लकेज तथा 250 महिला स्वयं सहायता समूहों के बैंक खाते खुलना बाकी हैं। कर्ज ऋणमोचन संबंधी सैकड़ों किसानों की फरियाद बैंकों
में लंबित हैं।
एक नजर में कर्ज प्लान
मद रु. करोड़ में
कृषि 3192.13
उद्योग 0291.00
एजूकेशन 0022.00
हाउ¨सग 0033.00
अन्य क्षेत्र 0014.98