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जीवन की सफलता को सामाजिक उन्नति जरूरी: कपिल शास्त्री

धनौरा टीकरी गांव में आयोजित राष्ट्र कल्याण यज्ञ में यज्ञ के ब्रह्मा कपिल शास्त्री ने कहा कि जीवन में सामाजिक उन्नति जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 10:47 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 10:47 PM (IST)
जीवन की सफलता को सामाजिक उन्नति जरूरी: कपिल शास्त्री
जीवन की सफलता को सामाजिक उन्नति जरूरी: कपिल शास्त्री

बागपत, जेएनएन। धनौरा टीकरी गांव में आयोजित राष्ट्र कल्याण यज्ञ में यज्ञ के ब्रह्मा कपिल शास्त्री ने कहा कि जीवन को सफल बनाने के लिए सामाजिक उन्नति जरूरी है।

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धनौरा टीकरी गांव में मनोज गुप्ता के आवास पर आयोजित सातवां राष्ट्र कल्याण यज्ञ में ब्रह्मा कपिल शास्त्री ने कहा कि अगर मनुष्य जीवन का कल्याण चाहते हैं, तो अपने जीवन मे तीन प्रकार की उन्नति करनी बहुत ही आवश्यक हैं। प्रथम शारीरिक उन्नति, द्वितीय आत्मिक उन्नति तथा तृतीय सामाजिक उन्नति हैं। इन तीनों प्रकार की उन्नति के लिए मनुष्य का ज्ञानात्मक पक्ष और व्यवहारिक अर्थात क्रियात्मक पक्ष श्रेष्ठ होना अनिवार्य हैं। कहा कि मनुष्य जितना ज्ञान अर्जित करता है, उतना ही आचरण रूपी व्यवहार में स्थापित करें, तो जीवन सफल बन जाता हैं। जीवन को सफल बनाने के लिए यज्ञ को जीवन में अपनाना बहुत जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि विवेकपूर्वक विचार करके किए जाने वाले कार्य अनचाहे भय की संभावनाओं को खत्म कर देते हैं। कपिल शास्त्री ने बताया कि 21 गांवों में पर्यावरण शुद्धि एवं राष्ट्र कल्याण कराने का सिलसिला जारी है। यज्ञ में प्रमोद गुप्ता, चंद्र गुप्ता, सोनू, मोनू, आर्यन, सत्यम, बोबी, प्रज्ञा आदि मौजूद रहे। भटके हुए को रास्ता दिखाती है श्रीमद् भागवत कथा : अतुल कृष्ण भारद्वाज

पुरा महादेव गांव स्थित परशुराम खेड़ा पर चल रही श्रीमद् भगवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा में ही ऐसी शक्ति है, जो भटके हुए को रास्ता दिखाती है।

कथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि गीता ज्ञान है, ज्ञान कैसा होना चाहिए यह बातें भगवान ने श्रीमद् भागवत में बताई है। जब बुद्धि भगवान में लग जाए अथवा भगवान बुद्धि का वरण कर ले तो समझ ले कि मनुष्य को ज्ञान की प्राप्ति हो गई है। यह बुद्धि ही है जो मनुष्य के विचारों एवं आचार को अपने आदेश पर चलाती है और मन के आदेश को मानती है। पहले सत्ता तलवार से प्राप्त होती थी और आज सत्ता वोटों से प्राप्त होती है। यह अच्छी बात है क्योंकि तलवार से प्राप्त सत्ता हिसा से मिलती थी और वोटों से प्राप्त की गई सत्ता हिसा विहीन अर्थात जिस प्रकार से सत्ता मिलती है उसी से प्रमाणित होती है। इस दौरान महाराज सुरजमुनि स्वरूप, देवमुनि, पंडित जयभगवान शर्मा, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष डा. एसपी यादव, वेदप्रकाश पांचाल, मुकेश शर्मा, जगबीर प्रधान, विजय शर्मा, देशपाल मलिक, कपिल फौजी, नाहर सिंह यादव, रविन्द्र, तेजपाल प्रधान, ब्रजपाल प्रजापति आदि शामिल रहे।


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