एनकाउंटर पर एनकांउटर और कुख्यातों पर कानून का डंडा, तो वारदात क्यों
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस को साफ हिदायत है? कि बदमाशों का सफाया कर दिया जाए।
बागपत, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस को साफ हिदायत है? कि बदमाशों का सफाया करो। आए दिन पुलिस मुठभेड़ों में बदमाश घायल भी हो रहे हैं। पुलिस कुख्यात बदमाशों पर भी शिकंजा कसते हुए उनकी आर्थिक रूप से कमर तोड़ने का प्रयास भी कर रही है, लेकिन उसके बावजूद बदमाशों के अंदर पुलिस का वह खौफ नजर नहीं आ रहा है? जो आना चाहिए। यहां सवाल यह है? कि आखिर इतनी मुठभेड़ होने के बाद भी वारदात क्यों हो रही है?
अपराधों को रोकने के लिए पुलिस फुट पेट्रोलिग करती है। लोगों के साथ बैठक करती है। समय-समय पर चेकिग अभियान चलाती है। जनपद में लगभग 150 स्थानों पर चेकिग बैरियर बनाए गए हैं। इन सबके अलावा आए दिन पुलिस मुठभेड़ों में बदमाश घायल होकर सलाखों के पीछे पहुंच रहे हैं। कई मुठभेड़ में ढेर भी हो चुके हैं। कुख्यात बदमाशों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए पुलिस उनकी कुर्की कर रही है, यानी यह कह ले कि अपराध रोकने के लिए पुलिस तमाम जतन कर रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह है? कि इन सबके बावजूद छोटी वारदात तो छोड़ दे बड़ी आपराधिक वारदात क्यों हो रही है? इस पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश शर्मा, जिलाध्यक्ष डाक्टर युनूस चौधरी, सपा नेता सुरेंद्र पंवार, सभासद ललित जैन, रालोद नेता संजीव मान, प्रमेंद्र तोमर, सतेंद्र प्रमुख आदि का कहना है? कि पुलिस को जिस तरह बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, उस तरह से बदमाशों पर शिकंजा कसा नहीं जा रहा है।
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दो कुख्यात बदमाशों के मकान भी कुर्क हुए
कुख्यात सुनील राठी टीकरी कस्बे का रहने वाला है और 45 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज है। पुलिस-प्रशासन ने 27 सितंबर को सुनील राठी के चार मकानों को कुर्क कर लिया था।
कुख्यात धर्मेंद्र राठी किरठल गांव का रहने वाला है और से 49 ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने 15 अक्टूबर को धर्मेंद्र के तीन मकानों को कुर्क कर लिया था।