Jayant Chaudhary : यूपी के सारे मंत्रियों ने हिंदी में तो फिर जयंत चौधरी ने अंग्रेजी में क्यों ली शपथ? यह थी बड़ी वजह
इस दौरान हिंदी भाषी राज्यों के सांसदों ने हिंदी में ही शपथ गृहण की। इनमें राजस्थान मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड और यूपी राज्य शामिल हैं। वहीं यूपी के सभी सांसदों ने हिंदी में ही शपथ ली। हालांकि जब जयंत चौधरी मंच पर आए तो उन्होंने शपथ अंग्रेज़ी में ली। हालांकि ऐसा कोई नियम नहीं है कोई सांसद किसी भी भाषा में शपथ ले सकता है।
बागपत, जागरण ऑनलाइन टीम। Modi Cabinet 2024 : नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद के रूप शपथ ली। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्रियों के रूप में कई नेताओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ गृहण करवाई। यूपी की अगर बात करें तो राजनाथ सिंह, बीएल वर्मा, अनुप्रिया पटेल, जितिन प्रसाद जैसे बड़े चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल हुए।
इस दौरान हिंदी भाषी राज्यों के सांसदों ने हिंदी में ही शपथ गृहण की। इनमें राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और यूपी राज्य शामिल हैं। वहीं यूपी के सभी सांसदों ने हिंदी में ही शपथ ली। हालांकि जब जयंत चौधरी मंच पर आए तो उन्होंने शपथ अंग्रेज़ी में ली। हालांकि ऐसा कोई नियम नहीं है कोई सांसद किसी भी भाषा में शपथ ले सकता है। लेकिन हिंदी भाषा को बेहतर रूप से जानने वाले नेता हिंदी में ही शपथ लेना पसंद करते हैं। ख़ासकर यूपी के सांसद हिंदी में ही शपथ लेते हैं।
अमेरिका में हुआ जन्म, लंदन स्कूल ऑफ इक्नोमिक्स से की पढ़ाई
जयन्त चौधरी का जन्म 27 दिसंबर 1978 को डलास, अमेरिका में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कालेज से स्नातक किया और 2002 में लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स एंड पालिटिकल साइंस से अकाउंटिंग और फाइनेंस में मास्टर डिग्री प्राप्त की।
लंदन में पढ़ाई के दौरान ही उनकी मुलाकात चारू चौधरी से हुई। बाद में दोनों विवाह के बंधन में बंधे। उनकी दो बेटियां हैं। जयन्त सबसे पहले वर्ष 2009 में 15वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद चुने गए। जयंत चौधरी हिंदी और अंग्रेजी भाषा दोनों में ही निपुण हैं। यही कारण है कि उन्होंने अंग्रेजी में शपथ लेना ठीक समझा होगा।