बारिश में टूटे टिन शेड के भीतर भीग रहा सैकड़ों बोरा अनाज
जिले के बड़ौत क्षेत्र में पिछले तीन दिन से बारिश होने के कारण टूटे टिन शेड के नीचे रखा सैकड़ों बोरा गेहूं लगातार भीगकर नष्ट हो रहा है। अनाज को बंदर बिखेरकर बर्बाद कर रहे हैं।
जागरण न्यूज नेटवर्क बागपत: क्षेत्र में पिछले तीन दिन से मौसम में बदलाव के कारण धूप और बारिश हो रही है। ऐसे में खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा क्रय केंद्र पर खरीदा गया गेहूं मंडी समिति में चबूतरे पर टूटे टीन शेड के नीचे भीगकर खराब हो रहा है। निगरानी नहीं होने से बंदरों की फौज अनाज को बिखेर रही है। ऐसे में खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से शासन को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नवीन कृषि मंडी स्थित एफसीआइ और खाद्य एवं रसद विभाग ने किसानों से गेहूं की खरीदारी करने के लिए क्रय केंद्र खोले थे। वहां 15 अप्रैल से 30 जून तक गेहूं की खरीद की गई। शासन ने एफसीआइ को पांच हजार व खाद्य एवं रसद विभाग को आठ हजार कुंतल गेहूं की खरीद का लक्ष्य था, लेकिन लॉकडाउन और मौसम की मार से उत्पादन में गिरावट के चलते काफी किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए थे। ऐसे में एफसीआइ ने पांच हजार क्विटल गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा कर अनाज गोदामों में भिजवा दिया था। वहीं खाद्य एवं रसद विभाग को शासन से सात हजार कुंतल गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला था। यहां केवल 4971 कुंतल गेहूं की खरीद हो पाई। अनाज गोदाम में नहीं जाने के कारण नवीन कृषि मंडी में टूटे टिन शेड के अंदर भीग रहा है।
गेहूं के भीगकर बर्बाद होने के बाबत उधर, खाद्य एवं रसद विभाग के विपणन निरीक्षक विष्णु शंकर राय का कहना है कि गोदामों में 10 हजार कुंतल गेहूं रखने की क्षमता है, लेकिन शासन से 20 हजार कुंतल राशन आने पर मंडी में रखना पड़ रहा है।
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सोता मिला चौकीदार
क्रय केंद्र पर खरीदे गए गेहूं की निगरानी करने के लिए चौकीदार को लगाया गया है, लेकिन दोपहर में क्रय केंद्र का निरीक्षण करने पर चौकीदार चारपाई पर आराम करते और बंदर अनाज के बोरों को बिखरते नजर आए।